जिस किशोर के पोस्ट को लेकर हुआ हंगामा उसके पिता कर रहे अमन की बात
दोनों पक्षों के लोगों में घटना को लेकर पछतावा
पड़ोस के गांवों में जाकर मांगुरखाली के लोग पढ़ा रहे भाइचारा का पाठ
कोलकाता : मांगुरखाली में तनाव के बाद अब शांति है. यहां दोनों समुदाय के लोग न सिर्फ शांति से रह रहे हैं, बल्कि अन्य गांव के लोगों को भी शांति से रहने की अपील कर रहे हैं. खुद शौभिक सरकार के पिता और उसके परिजन भी लोगों से शांति बरतने की अपील कर रहे हैं.
मांगुरखाली में ही घर है विवादस्पद पोस्ट करनेवाले शौभिक सरकार का. 17 साल का हायर सेकेंडरी में पढ़नेवाले शौभिक के पोस्ट को लेकर ही हंगामा शुरू हुआ, जिसकी चपेट में पहले बादूड़िया, बशीरहाट, देगंगा जैसे इलाके आये और बाद में उसकी चपेट में कई जिले आ गये. बंगाल की राजनीति गरमा गयी. कार्तिक घोष की मौत भी हो गयी. मामला अब राजनीतिक रंग ले लिया है.
जब विवादस्पद पोस्ट को लेकर बवाल मचा तो कुछ लोग शौभिक के घर में आग लगा दिये थे, लेकिन उस वक्त मांगुरखाली गांव के ही मकबूद गोबरडांगा से दमकल बुला कर लाया था.
मागुरखाली मसजिद कमेटी के अमिरुल इसलाम ने ही मसजिद की माइक से एलान कर लोगों को बुला कर आग बुझाने में मदद करने की अपील की थी. विवादास्पद पोस्ट के पहले इस गांव की तसवीर एक अमन पसंद गाव के रूप में थी, जो आज भी बरकरार है. कल तक इस गांव में अजान के वक्त लोग अपने घरों की टीवी तक बंद कर देते थे, वहीं दूसरी तरफ कीर्तन या फिर किसी पूजा समारोह के समय माइक मसजिद की तरफ रहती थी. पुष्पांजलि का मंत्रोचारण हो या भजन कीर्तन कहीं किसी को कोई आपत्ति नहीं थी. आज भी नहीं है.
यही वजह है कि दोनों समुदाय के लोग अफसोस कर रहे हैं. एक वर्ग विवादास्पद पोस्ट पर अफसोस कर रहा है तो दूसरा वर्ग उन उन्मादियों को लानत मलानत कर रहा है, जो एक नादान की हरकत पर उसका घर फूंक दिये और लोगों को दंगे की आग में झोंक दिये. इस गांव के दोनों पक्षों के लोग खुद के गांव में आपसी भाईचारा रखते हुए दूसरे गांवों में भी जा रहे हैं और लोगों से शांति बनाये रखने की अपील कर रहे हैं.