देवीडांगा में गोरखालैंड के समर्थन में निकली रैली

सिलीगुड़ी: गोरखालैंड को लेकर सिलीगुड़ी व आसपास के इलाके में भी गतिविधियां तेज हो रही हैं. सिलीगुड़ी के मिलनमोड़, सुकना व सालूगाड़ा आदि इलाके इसके प्रमुख केंद्र बन रहे हैं. शनिवार को मिलनमोड़ इलाके में गोरखालैंड के समर्थन में एक रैली निकाली गयी. गोजमुमो नेता शंकर अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता की दबंगई बरदाश्त नहीं करने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 9, 2017 9:36 AM
सिलीगुड़ी: गोरखालैंड को लेकर सिलीगुड़ी व आसपास के इलाके में भी गतिविधियां तेज हो रही हैं. सिलीगुड़ी के मिलनमोड़, सुकना व सालूगाड़ा आदि इलाके इसके प्रमुख केंद्र बन रहे हैं. शनिवार को मिलनमोड़ इलाके में गोरखालैंड के समर्थन में एक रैली निकाली गयी. गोजमुमो नेता शंकर अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता की दबंगई बरदाश्त नहीं करने का नारा लगाया है.

वहीं दूसरी ओर गोरखालैंड विरोधियों ने सालूगाड़ इलाके में खाद्य सामग्रियों से लदे ट्रक में तोड़-फोड़ की. पुलिस ने खाद्य सामग्रियों से लदे चार ट्रक जब्त किये हैं. डर है कि अलग राज्य की यह लड़ाई बंगाली, गोरखाली की आपसी लड़ाई में न बदल जाये.

अलग राज्य के समर्थन में जारी आंदोलन की वजह से पहाड़ तो उबल ही रहा है. गोरखालैंड के विरोधी इस आंदोलन को दबाने पर पर उतर गये हैं. खाद्य से लदी गाड़ियों को पहाड़ पर जाने से रोका जा रहा है. वैसे तो पहाड़ बंद होने से पहाड़ पर यातायात ठप है, लेकिन चोरी-छिपे समतल से खाद्य सामग्री पहाड़ पर ले जाने की कोशिश की जा रही है. सूत्रों के मुताबिक पहाड़ का खाद्य भंडार समाप्ति की ओर है. आंदोलनकारियों को अब इसका डर सताने लगा है. आंदोलनकारी अनाज व आवश्यक सामानों को चोरी-छिपे पहाड़ पर ले जाने की कोशिश कर रहे हैं.
शनिवार की शाम चावल, दाल आदि से लदे चार ट्रकों को भक्ति नगर थाने की पुलिस ने जब्त किया है. सामान से लदे ट्रक को देखते ही गोरखालैंड विरोधी लोग आपे से बाहर हो गये. ट्रक को रोककर सामान को नष्ट करने लगे. जानकारी मिलते ही भक्ति नगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और ट्रक को जब्त कर थाने ले आयी.
दूसरी तरफ सिलीगुड़ी नगर निगम के वार्ड नंबर 46 से सटे देवीडांगा से गोरखालैंड के समर्थन में एक रैली निकाली गयी. इस रैली में गोजमुमो समतल शाखा के नेता शंकर अधिकारी सहित अन्य लोग उपस्थित थे. देवीडांगा व मिलन मोड़ के काफी लोग इस रैली में शामिल हुए. शंकर अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार लोकतांत्रिक मांग के खिलाफ दबंगई कर रही है. गोजमुमो के सैनिक शहीद हो रहे हैं. लेकिन ममता बनर्जी की दबंगई अब बर्दाश्त नहीं की जायेगी. केंद्र सरकार को इस मामले में अब हस्तक्षेप करना चाहिए.

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