क्या किसी की शह पर हुई थी बशीरहाट की घटना : अमर्त्य सेन
कोलकाता :नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन ने बशीरहाट में हुए सांप्रदायिक दंगा की घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की है. विख्यात अर्थशास्त्री सेन का कहना है कि बंगाल में सांप्रदायिक सौहार्द का इतिहास रहा है, वहां सांप्रदायिक तनाव चिंता की बात है. हमें इस बात की तह में जा कर यह पता लगाना होगा कि […]
कोलकाता :नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन ने बशीरहाट में हुए सांप्रदायिक दंगा की घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की है. विख्यात अर्थशास्त्री सेन का कहना है कि बंगाल में सांप्रदायिक सौहार्द का इतिहास रहा है, वहां सांप्रदायिक तनाव चिंता की बात है. हमें इस बात की तह में जा कर यह पता लगाना होगा कि यह घटना किसी की शह पर तो नहीं हुई है. श्री सेन ने कहा कि पश्चिम बंगाल में हमेशा से हिंदू-मुसलमान मिलजुल कर रहते आये हैं. हमें यह भी सोचना होगा कि इस प्रकार की घटनाआओं को कैसे रोका जाये.
बंगाल में दंगा प्रभावित बंगाल के बादुरिया, स्वरूपनगर, देगंगा और बशीरहाट में अब भी इंटरनेट सेवा ठप
गौरतलब है कि बशीरहाट में एक उस समय दंगा भड़क गया जब 17 साल का हायर सेकेंडरी में पढ़नेवाले शौभिक के पोस्ट को लेकर ही हंगामा शुरू हुआ, जिसकी चपेट में पहले बादुड़िया, बशीरहाट, देगंगा जैसे इलाके आये और बाद में उसकी चपेट में कई जिले आ गये. बंगाल की राजनीति गरमा गयी. मामला अब राजनीतिक रंग ले चुका है. जब विवादस्पद पोस्ट को लेकर बवाल मचा तो कुछ लोगों ने शौभिक के घर में आग लगा दिया था. इसके बाद से बशीरहाट में करीब सप्ताह भर हिंसा की घटनायें हुई.