बोल बम से गूंजा तारकेश्वर धाम
हुगली. जिला प्रशासन ने तारकेश्वर धाम श्रावणी मेला की तैयारी पूरी कर ली है. बैद्यवाटी के निमाई तीर्थ घाट से से तारकेश्वर धाम जाने के रास्ते में कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किये गये हैं. करीब एक हजार पुलिसकर्मी तैनात किये गये हैं. मंदिर परिसर में 37, चौराहे और उसके आसपास 16 सीसीटीवी कैमरे लगाये गये. […]
हुगली. जिला प्रशासन ने तारकेश्वर धाम श्रावणी मेला की तैयारी पूरी कर ली है. बैद्यवाटी के निमाई तीर्थ घाट से से तारकेश्वर धाम जाने के रास्ते में कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किये गये हैं. करीब एक हजार पुलिसकर्मी तैनात किये गये हैं. मंदिर परिसर में 37, चौराहे और उसके आसपास 16 सीसीटीवी कैमरे लगाये गये. इसकी निगरानी के लिए अलग-अलग जगह पुलिस कैंप लगाये गये हैं.
आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए जिलाधिकारी संजय बंसल और जिला पुलिस अधीक्षक सुकेश जैन, पुलिस कमिश्नर पीयूष पांडेय, एसडीपीओ राणा मुखर्जी मुस्तैद है. फ्रांस के नीस शहर व बांग्लादेश के ढाका और बागदाद शहर में गत वर्ष हुए आतंकवादी हमले के बाद से राज्य सरकार प्रमुख धार्मिक स्थलों के सुरक्षा के प्रति कोई जोखिम नहीं लेना चाहती है. इसके तहत हुगली जिले के प्राचीन तारकेश्वर मंदिर का सावन मेला शुरू होने से पहले राज्य और जिला पुलिस के विशेष बम निरोधक दस्ते ने मंदिर परिसर की सघन तलाशी कर चुका है. मंदिर परिसर के बाहर बम निरोधक दस्ते को तैनात रखा गया है.
जलाभिषेक के लिए आते हैं लाखों श्रद्धालु
प्रति वर्ष लाखों श्रद्धालु यहां जलापर्ण करने आते हैं. सावन के पहले सोमवार के पहले रविवार सुबह से ही निमाई तीर्थ घाट पर हजारों भक्तों का तांता लग गया. देश के विभिन्न जगहों से आने वाले श्रद्धालु सबसे पहले हुगली नदी पर बने निमाई तीर्थ घाट पर नदी में डूबकी लगाने के बाद घड़े में गंगाजल भरकर 37 किलोमीटर दूर तारकेश्वर धाम की तरफ कूच करते है. निमाई तीर्थ घाट पर दूर दराज से आये श्रद्धालुओं के ठहरने की समुचित व्यवस्था भी की गयी है. यहां छह सप्ताह तक हर शनिवार, रविवार और सोमवार को एसडीपीओ राणा मुखर्जी के नेतृत्व में शिविर लगेगा.