इससे संभावित 250 करोड़ का नुकसान होगा. दूसरी तुड़ाई का मौसम एक हफ्ते और रहेगा. इस किस्म की चाय की अंतरराष्ट्रीय बाजार में बहुत मांग है और विदेशी खरीदार पहाड़ों में बंद की स्थिति से परेशान हैं.
हमें डर है कि इस वजह से विदेशी खरीदारों का रुख कहीं अन्य देशों की तरफ ना हो जाये. यही स्थिति बनी रहती है तो लोगों की रुचि दार्जिलिंग की दूसरी तुड़ाई किस्म से हट सकती है. मोहन ने मंगलवार को दार्जिलिंग में होने वाली सर्वदलीय बैठक में समाधान निकलने की उम्मीद जतायी है.