टूरिस्ट वेलकम रोड जर्जर, चलना हुआ दूभर

सिलीगुड़ी. पर्यटकों को न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे (एनजेपी) स्टेशन पहुंचाने वाली सबसे महत्वपूर्ण टूरिस्ट वेलकम रोड की स्थिति काफी जर्जर है. सड़क की स्थिति बेहाल हुए छह महीने से अधिक हो चला है, लेकिन इसकी मरम्मती के लिए रेलवे प्रशासन किसी तरह की पहल नहीं कर रहा है. तीनबत्ती मोड़ से एनजेपी रेलवे स्टेशन तक करीब […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 14, 2017 10:12 AM
सिलीगुड़ी. पर्यटकों को न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे (एनजेपी) स्टेशन पहुंचाने वाली सबसे महत्वपूर्ण टूरिस्ट वेलकम रोड की स्थिति काफी जर्जर है. सड़क की स्थिति बेहाल हुए छह महीने से अधिक हो चला है, लेकिन इसकी मरम्मती के लिए रेलवे प्रशासन किसी तरह की पहल नहीं कर रहा है. तीनबत्ती मोड़ से एनजेपी रेलवे स्टेशन तक करीब एक किलोमीटर की दूरी तय करने में यात्रियों का कलेजा मुंह में आ जाता है. वार्ड पार्षद सहित स्थानीय लोग सड़क मरम्मत की मांग पर विरोध प्रदर्शन व रेलवे प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर थक चुके हैं.
उल्लेखनीय है कि गुवाहाटी के बाद उत्तर पूर्वी सीमांत रेलवे कटिहार डिविजन का दूसरा सबसे बड़ा स्टेशन न्यू जलपाईगुड़ी है. इस स्टेशन तक पहुंचने के मुख्य चार सड़के हैं. जिनमें टूरिस्ट वेलकम रोड सबसे अधिक महत्वपूर्ण है. रेलवे प्रबंधन ने तीनबत्ती मोड़ से एरिया मैनेजर कार्यालय, रेलवे अस्पताल होते हुए रेलवे की जमीन से एक सड़क न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन तक बनाया है. इस सड़क को टूरिस्ट वेलकम रोड भी कहा जाता है. सिक्किम व पहाड़ के अन्य स्थानों से न्यू जलपाईगुड़ी जाने वाले पर्यटक चेकपोस्ट से ही ईस्टर्न बाइपास का रास्ता पकड़ लेते हैं. सिलीगुड़ी शहर व शहर से सटे माटीगाड़ा, खपरैल, सुकना, मिलन मोड़ आदि के लोग हिलकर्ट रोड होते हुए एनटीएस मोड़ या बाबूपाड़ा के रास्ते न्यू जलपाईगुड़ी जाते हैं. वहीं नक्सलबाड़ी, पानीटंकी, बागडोगरा, विधान नगर आदि इलाकों के यात्री नौकाघाट के रास्ते तीनबत्ती मोड़ से न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन तक पहुंचते हैं. तीनबत्ती मोड़ से न्यू जलपाईगुड़ी तक का इलाका रेलवे का इलाका है. फलस्वरूप सड़क मरम्मती की जिम्मेदारी भी रेलवे प्रशासन की है.
सड़क मरम्मती की मांग को लेकर इलाकावासी सहित स्थानीय दुकानदारों ने कई बार विरोध प्रदर्शन किया. रेलवे प्रशासन को कई बार ज्ञापन व मास पेटिशन भी दिया गया.
स्थानीय वार्ड पार्षद तापस चटर्जी ने भी सड़क मरम्मती के लिये रेलवे प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया लेकिन महीनों बाद भी सड़क की स्थिति वैसी ही है. वार्ड पार्षद तापस चटर्जी ने बताया कि सड़क की मरम्मती के लिए कई बार रेलवे प्रशासन से अनुरोध किया जा चुका है. स्थानीय लोगों के साथ मिलकर मास पेटिशन भी जमा कराया गया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.
सड़क की जर्जर स्थिति को न्यू जलपाईगुड़ी के एरिया मैनेजर पार्थ सारथी शील ने भी स्वीकार किया है. उन्होंने बताया कि फंड की कमी के कारण सड़क की मरम्मती कराया जाना संभव नहीं हो रहा है. बालू, पत्थर व मलबों से गड्ढों को भरकर सड़क की जर्जर हालत को कुछ हद तक सुधारने का प्रयास किया गया है. सड़क की मरम्मत की बात ऊपरी कार्यालय तक पहुंचा दिया गया है.
व्यवसायी भी हो रहे परेशान
टूरिस्ट वेलकम रोड की जर्जर हालत की वजह से इलाके के व्यवसायी काफी परेशान है. सड़क के किनारे फास्ट फूड, मिठाई, चाय, दवाई, गैराज आदि चलाने वाले व्यवसायी काफी परेशान है. बारिश के समय में गड्ढों में पानी भर जाता है. गुजरने वाली गाड़ियों की वजह से गड्ढे का गंदा पानी दुकान तक पहुंच रहा है. फिर तेज धूप से समय धूल से भी काफी परेशानी होती है. फास्ट फूड का दुकान चलाने वाले संजीव सरकार व दवाई दुकानदार आकाश दास ने बताया कि वर्षा के समय गड्ढों का गंदा पानी व धूप के समय धूल से पूरा दुकान भर जाता है. सड़क की जर्जर हालत का खामियाजा अब दुकानदारों को भी उठाना पड़ रहा है. सड़क मरम्मती के लिये कई बार आवाज उठायी गयी लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. दूसरी तरफ सड़क की हालत से ऑटो व टोटो चालक भी परेशान है. सिटी ऑटो ने इस सड़क से नाता तोड़ रखा है. तीनबत्ती मोड़ से न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन को जाने वाली ऑटो गेट बाजार रोड होते हुए निकलती है.
यात्रियों की मांग के अनुसार टोटो यात्रियों को लेकर इसी सड़क से स्टेशन तक जाते हैं. तीनबत्ती मोड़ से न्यू जलपाईगुड़ी थाना होते हुए स्टेशन जाने वाले टोटो चालक यात्रियों से अधिक भाड़ा भी लेते हैं. इस सड़क से गुजरने का का खमियाजा भी इन्हें भुगतना पड़ता है. कभी एक्सल टूट जाती है तो कभी गड्ढे में गाड़ी फंस जाती है. सिटी ऑटो चालक दीपक ने बताया कि तीन बत्ती मोड़ से गेटबाजार रोड होकर स्टेशन जाना थोड़ा घुमावदार जरूर है लेकिन गाड़ी और यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर यह रूट ही सही है. वेलकम रोड की स्थिति इतनी जर्जर है कि हरेक एक से दो दिन में गाड़ी का एक्सल टूट जाता है. साथ ही यात्रियों को भी काफी परेशानी होती है.

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