50 से अधिक उम्र के श्रमिकों के लिए ‘गोल्डन हैंडशेक’ का प्रस्ताव

कोलकाता. कोल इंडिया मुख्यालय में शुक्रवार को एपेक्स कमेटी की बैठक के दौरान कंपनी में कार्यरत श्रमिकों के लिए ‘गोल्डन हैंडशैक’ स्कीम लाने का प्रस्ताव पेश किया गया, जिसके तहत 50 व उससे अधिक उम्र के मजदूर स्वेच्छा से रिटायरमेंट ले सकते हैं. हालांकि, यह स्कीम श्रमिकों के लिए अनिवार्य नहीं है. जो श्रमिक अपनी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 15, 2017 9:34 AM
कोलकाता. कोल इंडिया मुख्यालय में शुक्रवार को एपेक्स कमेटी की बैठक के दौरान कंपनी में कार्यरत श्रमिकों के लिए ‘गोल्डन हैंडशैक’ स्कीम लाने का प्रस्ताव पेश किया गया, जिसके तहत 50 व उससे अधिक उम्र के मजदूर स्वेच्छा से रिटायरमेंट ले सकते हैं. हालांकि, यह स्कीम श्रमिकों के लिए अनिवार्य नहीं है. जो श्रमिक अपनी इच्छा से रिटायरमेंट लेना चाहते हैं, उनको ही इसका लाभ दिया जायेगा.

किसी भी श्रमिक पर यह स्कीम लेने के लिए दबाव नहीं बनाया जायेगा. यह जानकारी शुक्रवार को भारतीय मजदूर संघ के अध्यक्ष डॉ बीके राय ने एपेक्स कमेटी की बैठक के बाद दी. उन्होंने बताया कि कोल इंडिया ने 37 भू-गर्भ खदानों को बंद करने का फैसला किया है, जिन खदानों को बंद किया जायेगा, वहां के श्रमिकों को अन्य खदानों में स्थानांतरित करने के मुद्दे पर भी बातचीत हुई है, हालांकि इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया है.

इसके साथ ही बैठक में पीआर से टीआर मजदूरों को वेतन संरक्षण पर भी आम सहमति बन गयी है, लेकिन इस पर अंतिम निर्णय 27 जुलाई को लिया जायेगा. श्री रा आगामी 27 जुलाई को वेज ड्राफ्ट कमेटी की बैठक होगी और 28-29 जुलाई को जेबीसीसीआइ-X की बैठक होगी. इस संबंध में एटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेन्द्र कुमार एवं आॅल इंडिया कोल वर्कर फेडरेशन ( सीटू ) के महासचिव डीडी रामनंदन ने बताया कि बैठक में पीआर से टीआर मजदूरों को वेतन सरंक्षण पर सहमति के साथ-साथ खदानों की बंदी समेत कई मुद्दों पर बात हुई. इसके अलावा एफवीआरएस के कलर ब्लाइंडनेस समेत सभी पहलुओं पर बात हुई. मौके पर बीएमएस के कोल इंडिया मुख्यालय के महासचिव रणधीर सिंह सहित अन्य नेता उपस्थित रहे.

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