पीजी में नेत्र विभाग का ओटी बंद
कोलकाता: सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल एसएसकेएम (पीजी) के ऑपथैल्मोलॉजी (नेत्र) विभाग का ऑपेरशन थियेटर इन दिनों बंद पड़ा है. विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ मिता खान ने बताया कि ओटी में संक्रमण फैल गया है. इसलिए फिलहाल इसे बंद रखा गया है. बता दें कि पीजी के नेत्र विभाग के ऑपरेशन थियेटर में दो ओटी टेबल हैं. यानी […]
कोलकाता: सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल एसएसकेएम (पीजी) के ऑपथैल्मोलॉजी (नेत्र) विभाग का ऑपेरशन थियेटर इन दिनों बंद पड़ा है. विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ मिता खान ने बताया कि ओटी में संक्रमण फैल गया है. इसलिए फिलहाल इसे बंद रखा गया है. बता दें कि पीजी के नेत्र विभाग के ऑपरेशन थियेटर में दो ओटी टेबल हैं. यानी एक साथ दो मरीजों की सर्जरी की जा सकती है. विभाग के आउटडोर में प्रतिदिन करीब 200 से 250 मरीज आते हैं. यहां प्रतिदिन चार से पांच सर्जरी की जाती है.
सर्जरी लायक मरीजों को ऑपरेशन के लिए कलकत्ता मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल स्थित रिजनल इंस्टीट्यूट ऑफ ऑपथैल्मोलॉजी(आरआइओ) रेफर किया जा रहा है. इससे मरीजों की परेशानी और बढ़ गयी है. क्योंकि आरआइओ पश्चिम बंगाल का एकमात्र बड़ा नेत्र अस्पताल है. यहां नेत्र संबंधित जटिल सर्जरी की जाती है. यहां पहले से ही अधिक दबाव है. अन्य मेडिकल कॉलेज के नेत्र विभाग की तुलना में कई गुना अधिक मरीज आरअाइओ आते हैं. अब आरआइओ को पीजी का अतिरिक्त भार भी सहन करना होगा.
पीजी के निदेशक प्रो डॉ अजय कुमार राय ने बताया कि नेत्र विभाग आगामी एक से दो माह तक बंद रहेगा. विभागीय इमारत काफी पुरानी है. इसे हेरिटेज की श्रेणी में रखा गया है. इस कारण इमारत की मरम्मत करायी जायेगी. इसके लिए राज्य सरकार ने फंड आवंटित कर दिया है. एक से दो महीने के भीतर मरम्मत कार्य पूरा कर लिया जायेगा. तब तक मरीजों को सर्जरी के लिए आरआइओ रेफर किया जायेगा.
आरआइओ की तुलना में यहां मरीज कम आते हैं. नेत्र संबंधित जटिल मामलों को दूसरे अस्पताल से पीजी में रेफर नहीं किया जाता है. इसलिए ओटी बंद होने से ज्यादा परेशानी नहीं हो रही है. उम्मीद है कि दुर्गा पूजा के पहले ओटी चालू हो जायेगा.