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बेंगलुरु के साइबर एक्सपर्ट ने दी चेतावनी कहा, सीसीटीवी कैमरा भी हो सकता है हैक

महानगर में आये दिन मोबाइल नंबर, ईमेल आइडी की नकल कर ठगी-धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देने की घटनाएं घटती रहती हैं. आयेदिन किसी के मोबाइल नंबर की कॉपी कर उस नंबर के एवज में बैंक अकाउंट या क्रेटिड कार्ड से खरीदारी कर ली जाती है. ग्राहकों को इसकी भनक तक नहीं लगती. कहीं ईमेल […]

महानगर में आये दिन मोबाइल नंबर, ईमेल आइडी की नकल कर ठगी-धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देने की घटनाएं घटती रहती हैं. आयेदिन किसी के मोबाइल नंबर की कॉपी कर उस नंबर के एवज में बैंक अकाउंट या क्रेटिड कार्ड से खरीदारी कर ली जाती है. ग्राहकों को इसकी भनक तक नहीं लगती. कहीं ईमेल आइडी हैक कर कंपनी के अकाउंट से लाखों रुपये भुगतान करवा कर ठगी की वारदात को अंजाम दिया जाता है.
इन सब वारदातों के बीच बेंगलुरु के साइबर एक्सपर्ट के एक चिंताजनक दावे ने वहां की स्थानीय पुलिस को ही नहीं, कोलकाता पुलिस को भी चिंतित कर दिया है. सूत्रों के मुताबिक हाल ही में बेंगलुरु के साइबर एक्सपर्ट ने कहा है कि कैमरे को हैक कर घर, दफ्तर, सड़क, कारखाने या दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद तसवीर से भी छेड़छाड़ हो सकती है.
कैमरे में कैद तसवीरों से भी कर सकते हैं छेड़छाड़
साइबर एक्सपर्ट का मानना है कि हाल ही कई बॉलीवुड फिल्मों जैसे हैप्पी न्यू इयर, बेबी जैसी फिल्मों में इस तरह की तकनीक को दिखाया जा चुका है. वे कहते हैं कि अपराध करने के पहले बदमाश हैक कैमरे के जरिये निगरानी कर वारदात स्थल की स्थिति को भांप ले. अपराध करने के बाद हैक किये गये कैमरे से वारदात के दौरान की तसवीर को मिटा दे या तसवीर को उस दौरान निरस्त कर दे, जिससे पुलिस के लिए इस तरह के अपराध के बाद अपराधी तक पहुंच पाना काफी कठिन होगा.
इस तरह की हैकिंग से क्या है बचाव का उपाय
इस तरह की हैकिंग प्रणाली से बचने को लेकर इंडियन स्कूल ऑफ एंटी हैकिंग के निदेशक संदीप सेन गुप्ता कहते हैं कि लोग घर-दफ्तर-दुकान या अन्य जगहों पर लगाये गये कैमरे की मोबाइल से निगरानी के दौरान मोबाइल में पासवर्ड काफी कठिन दे. अंग्रेजी के छोटे, बड़े शब्दों के मिश्रण के साथ स्पेशल कैरेक्टर के शब्दों और अक्षरों का उपयोग कर स्ट्रांग पासवर्ड का इस्तेमाल करें. इसके अलावा सप्ताह या 15 दिनों के अंदर दफ्तर में लगे कैमरे के सिस्टम व मोबाइल में सीसीटीवी कैमरा सिस्टम का पासवर्ड बदलते रहे. इसी से इस हैकिंग सिस्टम से खुद को सुरक्षित रख सकते हैं.
क्या कहते हैं वरिष्ठ पुलिस अधिकारी
कोलकाता पुलिस के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (5) सह संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) विशाल गर्ग ने कहा कि मौजूदा समय में इस तरह की शिकायतें कोलकाता पुलिस के इलाकों के अंतर्गत किसी भी थाने में दर्ज नहीं हुई है. फिर भी इस तरह की घटनाएं सामने आती हैं तो उससे सख्ती से निपटा जायेगा.
कैसे हुआ खुलासा
साइबर एक्सपर्ट का मानना है कि सुरक्षा के लिहाज से लोग अपने घरों में दफ्तर, सड़क, कारखाने या दुकान में सीसीटीवी कैमरा लगाते हैं, जिससे वहां नहीं होने की स्थिति में भी निगरानी रहे. अक्सर लोग अपने मोबाइल में सॉफ्टवेयर डाल कर आइपी एड्रेस के जरिये समय-समय पर इसकी निगरानी करते हैं, लेकिन साइबर एक्सपर्ट का कहना है कि अगर कोई अपराधी किसी को टारगेट करता है, तो वह उसकी सभी गतिविधि पर नजर रखेगा. एेसी स्थिति में वह आपके रोजाना की रूटीन को जानने के अलावा मोबाइल नंबर को भी हैक कर सकता है. मोबाइल में लगे सीसीटीवी कैमरे के सिस्टम को भी हैक कर सकता है. इस स्थिति में सिर्फ आपके ही नहीं, आपके घर में लगे सीसीटीवी कैमरे के जरिये घर में होने वाली सभी गतिविधियों पर भी चुपके से नजर रखने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है.

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