रायगंज: जिला प्रशासन ने आदिवासी संगठनों के साथ की बैठक, पटरी पर लौट रहा जनजीवन
रायगंज. उत्तर दिनाजपुर जिला मुख्यालय रायगंज की परिस्थिति सोमवार को थोड़ी स्वाभाविक हुई. सुबह दुकानें खुल गयीं. वाहनों की आवाजाही स्वाभाविक रही. किसी प्रकार की अप्रिय घटना की खबर नहीं है. शहर में पुलिस पिकेटिंग जारी है. पुलिस शहर के विभिन्न इलाकों में गश्त लगाते नजर आ रहे हैं. उल्लेखनीय है कि रायगंज में आदिवासी […]
रायगंज. उत्तर दिनाजपुर जिला मुख्यालय रायगंज की परिस्थिति सोमवार को थोड़ी स्वाभाविक हुई. सुबह दुकानें खुल गयीं. वाहनों की आवाजाही स्वाभाविक रही. किसी प्रकार की अप्रिय घटना की खबर नहीं है. शहर में पुलिस पिकेटिंग जारी है. पुलिस शहर के विभिन्न इलाकों में गश्त लगाते नजर आ रहे हैं. उल्लेखनीय है कि रायगंज में आदिवासी महिलाओं पर हुए यौन अत्याचार के घटन मामले में पुलिस ने अभी तक सात बदमाशों को गिरफ्तार किया है.
रायगंज में आदिवासी नेताओं के साथ उत्तर दिनजापुर जिला प्रशासन ने सोमवार को मैराथन बैठक की. बैठक में एक ओर जहां दोषियों को कठोर सजा देने का आश्वासन जिला प्रशासन की ओर से दिया गया.
वहीं आदिवासियों की ओर से शांति बनाये रखने के लिए पूरी तरह से सहयोग करने का वादा किया गया. जिला मुख्यालय कर्णझोरा स्थित विवेकानंद सभागार में बैठक में अनुमंडल अधिकारी टीएन शेरपा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निकिता फोनिंग, आदिवासियों के नौ संगठनों के 25 प्रतिनिधि उपस्थित थे. आदिवासी नेता जेठा मुर्मू व नंदन मुर्मू ने बताया कि प्रशासन ने उनकी मांगों को मान लिया है. इसलिए वे भी शांति बनाये रखने में पुलिस-प्रशासन का पूर्ण सहयोग करेंगे.
दूसरी ओर, रायगंज में शांति बनाये रखने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से लाउडस्पीकर के जरिये प्रचार अभियान चलाया जा रहा है. उत्तर दिनाजपुर जिला पुलिस अधीक्षक अमित कुमार राठौर ने बताया कि किसी अपराधी को बख्शा नहीं जायेगा. फिलहाल इन लोगों के खिलाफ बलात्कार, नाबालिग के साथ दुष्कर्म, आग्नेयास्त्र रखने का आरोप दर्ज किया गया है.