शहीद दिवस: भाजपा के ‘भाग ममता भाग’ स्लोगन का फिरहाद ने दिया जवाब, कहा लोग कह रहे दाओ ममता दाओ, बांग्ला के नेतृत्व दाओ
कोलकाता: राज्य के नगर विकास मंत्री व तृणमूल कांग्रेस के हेवीवेट नेता फिरहाद हकीम ने भाजपा नेता सिद्धार्थ नाथ सिंह के ‘भाग ममता भाग’ स्लोगन का जबाब दिया. रिकार्ड संख्या में हुई भीड़ को दिखाते हुए उन्होंने कहा कि आज धर्मतल्ला में जुटी भीड़ कह रही है ‘दाओ ममता दाओ, बांग्ला के नेतृत्व दाओ’. जनता […]
कोलकाता: राज्य के नगर विकास मंत्री व तृणमूल कांग्रेस के हेवीवेट नेता फिरहाद हकीम ने भाजपा नेता सिद्धार्थ नाथ सिंह के ‘भाग ममता भाग’ स्लोगन का जबाब दिया. रिकार्ड संख्या में हुई भीड़ को दिखाते हुए उन्होंने कहा कि आज धर्मतल्ला में जुटी भीड़ कह रही है ‘दाओ ममता दाओ, बांग्ला के नेतृत्व दाओ’. जनता केवल बोली ही नहीं, बल्कि ममता के नेतृत्व में 211 विधायक भी सौगात में दी.
ऐसे में मुट्ठी भर समर्थकों को लेकर ‘भाग ममता भाग’ का स्लोगन देने वाले भाजपा के नेता खुद उत्तर प्रदेश में मंत्री बन कर बैठे हैं. अगर वो देख सकते हैं तो देखें कि किस तरह बंगाल की जनता ममता बनर्जी के नेतृत्व को स्वीकार कर रही है. और ममता जननेत्री बनी हुई हैं. अपने बुलंद हौसले के साथ फिरहाद ने बंगाल की पृष्ठभूमि में जन्में महापुरुषों को याद करते हुए कहा कि बंगाल की फिजा में सांप्रदायिकता का जहर घोलने का नापाक प्रयास हो रहा है, जिसे कोई स्वीकार नहीं करेगा. बंगाल के लोगों को ममता का नेतृत्व चाहिए, वो दिल्ली से आकर बंगाल में छड़ी घुमानेवाले नेताओं को बर्दास्त नहीं करेंगे. बंगाल की संस्कृति में रामकृष्ण परमहंस, काजी नजरूल इस्लाम जैसे लोगों का आदर्श है. ऐसे में लोगों की आपसी एकता बरकरार रहेगी.
अभिषेक के भाषण ने खूब बटोरी तालियां
अपने भाषण से लोगों का ध्यान खींचनेवालों में मुख्यमंत्री के भतीजे व तृणमूल युवा कांग्रेस के अध्यक्ष अभिषेक बनर्जी भी रहे. शहीद दिवस की सभा का आयोजन तृणमूल युवा कांग्रेस की ओर से की गयी थी. इसीलिए इस रैली को अभिषेक के शक्ति परीक्षण के तौर पर भी देखा जा रहा था. हालांकि कार्यक्रम की मुख्य वक्ता ममता बनर्जी थीं. इसलिए अन्य नेताओं को भाषण के लिए कुछ मिनट ही मिले. वक्ताओं में सबसे अधिक तालियां अभिषेक बनर्जी ने बटोरी. उन्होंने कहा कि धर्मतल्ला में जुटी भीड़ अपने निर्णय का इजहार कर रही है. जनता की नजर में ममता किसी व्यक्ति का नाम नहीं, बल्कि एक आदर्श और आंदोलन का नाम है. इसलिए इसको बरकरार रखने की जिम्मेवारी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की है. अगर कोई तृणमूल का कार्यकर्त्ता 21 जुलाई के बारे में नहीं जानता है तो उसे तृणमूल करने को कोई हक नहीं है. भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए अभिषेक ने कहा कि माकपा के हरमद और भाजपा के उन्माद मिल कर बंगाल में अशांति फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन माकपा शायद भूल गयी है कि ममता ने उन्हें जड़ से उखाड़ कर गंगा में फेंक दिया है भाजपा की भी हालत यही होगी. बंगाल की 10 करोड़ जनता ममता के साथ मिलकर भाजपा को बंगाल से खदेड़ देगी, क्योंकि वह और विभाजन को स्वीकार करने के पक्ष में नहीं हैं.
ममता के नेतृत्व में भाजपा के खिलाफ धारा बह रही : सुदीप
अरसे बाद सार्वजनिक मंच पर आये सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने कहा कि ममता बनर्जी के केंद्र विरोधी रवैये से घबड़ा कर राजनैतिक हिंसा के तहत दमनात्मक कार्रवाई हो रही है. लगातार आठ बार वो सांसद रह चुके हैं, लेकिन उनको भी सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया. इसका जबाब वो संसद में लेंगे, लेकिन इतना जरूर कहेंगे कि ममता बनर्जी के नेतृत्व में भाजपा के खिलाफ जो धारा बह रही है, उसमें लगातार अन्य दल भी शामिल हो रहे हैं. जाहिर है भाजपा को उसका योग्य जवाब जरूर मिलेगा. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ‘अपने विशाल बहुमत’ के दम पर विपक्ष की आवाज दबा रही है. पोंजी घोटाले में सीबीआई के हाथों जनवरी में गिरफ्तार श्री बंद्योपाध्याय जमानत पर रिहा होने के बाद पहली बार पार्टी की किसी सभा को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा : देश उथल-पुथल से गुजर रहा है और पहले कभी देश ऐसे हालात से नहीं गुजरा था. हम सभी को खड़े होने और इस अस्थिरता से संघर्ष करने की जरूरत है. उन्होंने कहा : एक ऐसे समय जब बंगाल आगे बढ़ रहा है, दार्जिलिंग के लोगों को भड़काने का प्रयास किया जा रहा है. किसी भी हाल में हम बंग भंग नहीं होने देंगे.