कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के घर के बाहर संदिग्ध अवस्था में घूम रही दो महिलाअों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. पुलिस को शक है कि दोनों महिलाएं माओवादी हो सकती हैं. दोनों महिलाअों से पूछताछ की जा रही है कि उनके यहां आने की वजह क्या थी. पुलिस इस बात से सन्न है कि भारी सुरक्षा के बीच ये दोनों महिलाएं हथियार के साथ मुख्यमंत्री आवास तक कैसे पहुंच गयीं.
कोलकाता पुलिस ने बताया कि सोमवार सुबह दो महिलाओं को मुख्यमंत्री के कालीघाट स्थित आवास के बाहर देखा गया. इनकी संदिग्ध गतिविधियों को देखते हुए पुलिस ने इन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की. इनके नाम सुंदरी सिंह सरदार और सुजाता सिंगूरा हैं. दोनों पुरुलिया के बाघमुंडी की रहनेवाली हैं.
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पुलिस ने बताया कि इन महिलाअों ने कई बार सीएम आवास में घुसने की कोशिश भी की. लेकिन, इससे पहले कि वह घर में दाखिल हो पाती, पुलिस ने इन्हें धर दबोचा. अब कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) भी इनसे पूछताछ करेगी. पुलिस इनसे जानना चाहती है कि वह मुख्यमंत्री आवास में क्यों जाना चाहती थी.
सूत्रों की मानें, तो सुजाता और सुंदरी ने स्वीकार किया है कि वे माओवादी हैं. उन्होंने कहा है कि वह सरेंडर करना चाहती थीं, इसलिए मुख्यमंत्री आवास आयी थीं. उन्हें मुख्यमंत्री के बाहर निकलने का इंतजार था. जैसे ही मुख्यमंत्री बाहर निकलतीं, वह उनके सामने हथियारों के साथ सरेंडर करके सीएम से अपील करतीं कि उन्हें मुख्यधारा से जुड़ने का मौका दिया जाये.
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बहरहाल, पुलिस इस मामले को लेकर बेहद गंभीर है. पुलिस का कहना है कि यदि किसी माओवादी को सरेंडर करना होगा, तो वह अपने इलाके के वरीय पुलिस अधिकारियों से संपर्क करेगा, सीधे सीएम के घर नहीं पहुंचेगा. इसलिए पुलिस उनके इरादों के बारे में पता लगाने के लिए गंभीरता से पूछताछ कर रही है.
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि ममता बनर्जी प्रदेश की मुख्यमंत्री बनने के बाद भी कालीघाट स्थित अपने निजी आवास में ही रहती हैं. कोलकाता पुलिस ने मुख्यमंत्री के आवास के मुख्य द्वार के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये हैं.