उत्तर दिनाजपुर आदिवासी समन्वय समिति ने दी चेतावनी, गिरफ्तारी नहीं हुई, तो 31 से होगा बड़ा आंदोलन

रायगंज. रायगंज शहर में बीते दिनों चार आदिवासी महिलाओं के साथ हुई दुष्कर्म की वारदात के सात रोज बीत जाने के बावजूद मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज उत्तर दिनाजपुर आदिवासी समन्वय समिति के नेताओं ने जिला प्रशासन को चेतावनी दी है. कहा गया है कि यदि 24 घंटे में अपेक्षित कार्रवाई नहीं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 29, 2017 8:30 AM
रायगंज. रायगंज शहर में बीते दिनों चार आदिवासी महिलाओं के साथ हुई दुष्कर्म की वारदात के सात रोज बीत जाने के बावजूद मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज उत्तर दिनाजपुर आदिवासी समन्वय समिति के नेताओं ने जिला प्रशासन को चेतावनी दी है. कहा गया है कि यदि 24 घंटे में अपेक्षित कार्रवाई नहीं हुई, तो 31 जुलाई से जिला, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन किया जायेगा. पथावरोध कर रैली निकाली जायेगी. आंदोलन में बंगाल के अलावा झारखंड, असम, ओड़िशा और अन्य प्रदेशों के आदिवासी भाग लेंगे. कहा कि आदिवासी अपने मान सम्मान के लिये अंतिम सांस तक लड़ेंगे.
शुक्रवार को समिति की ओर से जिलाधिकारी आयशा रानी को ज्ञापन सौंपा गया. इस अवसर पर समिति के नेता नेपोलियन हेम्ब्रम, सैमुअल मार्डी, रॉबिन किस्कू, बॉर्नेट टुडू, सनातन मुर्मू, नगेन हेम्ब्रम मुख्य रूप से उपस्थित थे. जिलाधिकारी ने प्रतिनिधिदल को आश्वस्त किया कि आरोपियों को बख्शा नहीं जायेगा. इसके अलावा पीड़िताओं को कानूनी प्रक्रिया के तहत जरूरी मदद उपलब्ध करायी जायेगी.

प्रतिनिधिदल ने जहां 24 घंटे में मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है, वहीं अधिकतम सात रोज की मोहलत दी है ताकि प्रशासनिक कदम से आदिवासी समुदाय आश्वस्त हो सके. आदिवासी नेताओं ने बताया कि घटना को बीते 18 रोज गुजर चुके हैं, लेकिन अभी तक घटना के लिए दोषी होटल मालिक, अपराधियों को प्रश्रय देनेवाले तृणमूल श्रमिक संगठन के नेता और अपराध में संलिप्त दुष्कर्मी गिरफ्तारी से दूर हैं.

उन्होंने आरोप लगाया कि घटना के केंद्र में रहे होटल को भी अभी तक बंद नहीं कराया गया है.

सरकारी पक्ष के वकील ठीक से मामले की पैरवी नहीं कर रहे हैं. मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य के तीन मंत्रियों जेम्स कुजूर, संध्यारानी टुडू और बच्चू हांसदा ने उनसे मिलकर कार्रवाई के बारे में जो वादे किये थे वे पूरे नहीं किये गये. स्वयं जिलाधिकारी ने भी आश्वस्त किया था कि जल्द कार्रवाई की जायेगी. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ.

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