- निर्विरोध चुने जा सकते हैं तृणमूल और कांग्रेस के उम्मीदवार
कोलकाता : चुनाव आयोग ने राज्यसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल से वाम मोर्चा के उम्मीदवार और कोलकाता के भूतपूर्व मेयर विकास रंजन भट्टाचार्य का नामांकन पत्र खारिज कर दिया है. मनोनयन पत्र दाखिल करने के दौरान हलफनामा दायर करने में विलंब के कारण उनका नामांकन रद्द हुआ है.
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विधानसभा में विपक्ष के नेता सुजन चक्रवर्ती ने वाम मोर्चा के उम्मीदवार के नामांकन रद्द किये जाने को साजिश करार देते हुए कहा कि वे लोग हलफनामा दायर करने के इच्छुक थे, लेकिन साजिश के तहत वाम मोर्चा के उम्मीदवार का नामांकन रद्द कर दिया गया. उन्होंने कहा कि जिस दिन से विकास रंजन ने नामांकन दाखिल किया था, उसी दिन से नामांकन रद्द करने की साजिश रची जा रही थी. वे लोग इस बाबत कानूनी सलाह के बाद अगला कदम उठायेंगे.
दूसरी तरफ, राज्य के संसदीय मंत्री और शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने चुनाव आयोग के निर्णय का उचित करार देते हुए कहा कि माकपा चुनाव आयोग को बदनाम करने की कोशिश कर रही है. माकपा उम्मीदवार का नामांकन पूरी तरह से अवैध था, क्योंकि हलफनामा समय पर दायर नहीं किया गया था. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने विभिन्न पक्षों से निर्णय के बाद यह निर्णय लिया है.
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वाम मोर्चा के उम्मीदवार विकास रंजन भट्टाचार्य का नामांकन रद्द होने के बाद अब राज्यसभा चुनाव की छह सीटों के लिए छह उम्मीदवार ही मैदान में हैं. इनमें तृणमूल कांग्रेस ने डेरेक ओ ब्रायन, डोला सेन, डॉ मानस रंजन भुइयां, सुखेंदु शेखर राय व शांता छेत्री को टिकट दिया है, तो कांग्रेस की ओर से प्रदीप भट्टाचार्य चुनाव लड़ रहे हैं.
ताजा हालात के बाद तृणमूल कांग्रेस के पांच और कांग्रेस के एक उम्मीदवार का चुना जाना लगभग तय हो गया है.