एक इनसान के खून के दो ब्लड ग्रुप! जानें कहां की है यह दुर्लभ घटना

जलपाईगुड़ी : एक इनसान के शरीर में दो ब्लड ग्रुप का खून पाये जाने का आश्चर्यजनक मामला सामने आया है. यह दुर्लभ घटना जलपाईगुड़ी की है. जलपाईगुड़ी सदर अस्पताल में बुधवार को मांपी राय (23) नाम की एक महिला को रक्त चढ़ाने के दौरान यह मामला सामने आया. मांपी के पति मंटू राय ने बताया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 3, 2017 8:15 AM

जलपाईगुड़ी : एक इनसान के शरीर में दो ब्लड ग्रुप का खून पाये जाने का आश्चर्यजनक मामला सामने आया है. यह दुर्लभ घटना जलपाईगुड़ी की है. जलपाईगुड़ी सदर अस्पताल में बुधवार को मांपी राय (23) नाम की एक महिला को रक्त चढ़ाने के दौरान यह मामला सामने आया. मांपी के पति मंटू राय ने बताया कि एक इंसान के शरीर में अलग-अलग ब्लड ग्रुप होने की बात उसे समझ नहीं आती. वह तो सिर्फ अपनी पत्नी को स्वस्थ कर घर ले जाना चाहता है. उसने चिकित्सकों से जल्द अपनी पत्नी को स्वस्थ कर देने का आवेदन किया. मयनागुड़ी से आये तपन मंडल ने अपना एबी निगेटिव खून मांपी को दिया.

उसने उसकी जल्द स्वस्थ होने की कामना की. जिला तृणमूल के युवा महासचिव अजय साहा ने बताया कि यह परिवार उनके पास मदद मांगने आया था. उन्होंने अस्पताल प्रबंधन के साथ बातचीत कर और तपन मंडल का ब्लड डोनर के रूप में जुगाड़ कर दिया.

क्या है कारण : चिकित्सकों ने बताया कि मांपी राय की लाल रक्त कोशिकाओं का गठन ऐसा है कि अगर उसे खून चढ़ाना पड़े तो एबी निगेटिव ब्लड चढ़ाना पड़ेगा. लेकिन अगर मांपी राय किसी को रक्त देती है तो उसका रक्त ग्रुप एबी पॉजिटिव में बदल जायेगा. जलपाईगुड़ी जिला अस्पताल के अधीक्षक गयाराम नस्कर ने बताया कि एक इंसान के शरीर में दो अलग-अलग ब्लड ग्रुप होने की खबर से पहले हम भ्रमित हो गये थे. बाद में सरकारी चिकित्सक, पैथोलॉजिस्टों के साथ लंबी बैठक की गयी. बाद में पता चला कि मांपी राय की लाल रक्त कोशिकाओं में आरएच फैक्टर की वजह से है. डॉ नस्कर ने बताया कि बड़ी सतर्कता के साथ मांपी को खून चढ़ाया गया. किसी तरह का निगेटिव रियेक्शन न हो, इसके लिए एंटी-एलर्जिक दवाइयां दी गयीं. उन्होंने यह भी बताया कि जलपाईगुड़ी जिला अस्तपाल प्रबंधन ने कहा कि मांपी जब गर्भवती थी, तब उसका ब्लड ग्रुप एबी निगेटिव था. बुधवार को मांपी के शरीर में एबी निगेटिव रक्तदाता का खून विशेष सतर्कता बरतते हुए चढ़ाया गया.

अलग-अलग लैबों की अलग-अलग रिपोर्ट

मांपी के पति मंटु राय ने बताया कि जिला अस्पताल में उसकी पत्नी का ब्लड ग्रुप जांच करने के बाद एबी निगेटिव ग्रुप बताया गया. 31 जुलाई को उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में उसकी जांच में एबी पॉजिटिव ग्रुप पाया गया. इसके बाद गैर सरकारी लैब में टेस्ट कराने के बाद ब्लड ग्रुप एबी पॉजिटिव पाया गया.

क्यों अस्पताल में भरती हुई महिला

पारिवारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बीते रविवार को जलपाईगुड़ी सदर ब्लॉक के बहादुर पंचायत के गुआबाड़ी इलाके की रहनेवाली गृहवधू मांपी को खून की कमी, कमजोरी की शिकायत के साथ जलपाईगुड़ी सदर अस्पताल की फीमेल विभाग में भरती कराया गया था. दो सप्ताह पहले उसे पीलिया हुआ था. पहले उसे वैद्य के पास ले जाया गया था. बाद में हालत और बिगड़ने पर जलपाईगुड़ी सदर अस्पताल में भरती कराया गया.

Next Article

Exit mobile version