दीघा : पश्चिम बंगाल के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल दीघा पहुंचे पर्यटक भयभीत हैं. यहां तक कि स्थानीय लोग भी डरे हुए हैं. सुबह 11 बजे के आसपास विस्फोट से दीघा की धरती कांप उठी. समुद्र के किनारे बने होटलों के शीशे फूट गये. दीवारों में दरारें पड़ गयीं. इससे पहले कि लोग कुछ समझ पाते एक और धमाका हुआ. फिर एक धमाका. एक के बाद एक दो धमाके से लोग दहल गये. पर्यटक कांप उठे और अपने घरों को लौटने लगे.
लेकिन, ये सब हुआ कैसे? दीघा में हुआ क्या? किसी को नहीं मालूम. पुलिस से लेकर कोस्ट गार्ड तक को नहीं मालूम कि क्यों धरती कांप उठी. क्यों होटलों की दीवारों में दरारें आ गयीं. दीघा समुद्र तट के पास बसे गांव के लोगों ने बताया कि पहले कभी इस क्षेत्र में ऐसा नहीं हुआ. शुरू में सबको लगा कि भूकंप है, लेकिन बाद में धमाका हुआ, तो सब डर गये.
आधिकारिक रूप से घटना के बारे में अब तक कुछ भी नहीं बताया गया है, लेकिन कयासों का बाजार गर्म है. आशंका यह भी जतायी जा रही है कि इसी इलाके से कुछ ही दूरी पर स्थित है ओड़िशा का चांदीपुर प्रक्षेपण केंद्र. उम्मीद जतायी जा रही है कि संभवतः भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान केंद्र (इसरो) ने कोई परीक्षम किया, जो विफल रहा और समुद्र में गिर गया.
इसके लिए ओड़िशा पुलिस से संपर्क किया गया है. इधर, पूर्वी मेदिनीपुर के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इलाके में ऐसी कोई असामान्य घटना नहीं हुई, जिसका यह असर हो. इसलिए ओड़िशा पुलिस से संपर्क किया गया है. अब तक वहां से भी कोई जानकारी नहीं दी गयी है.
मशहूर पर्यटक स्थल दीघा में तीन विस्फोट, समुद्र में पर्यटकों के जाने पर रोक
बहरहाल, सिलीगुड़ी और दार्जीलिंग में अलग गोरखालैंड की मांग पर चल रहे आंदोलन के कारण पर्यटकों का मेला दीघा में लगा हुआ है. इससे यहां के होटल व्यवसायी और अन्य लोग काफी खुश हैं. लेकिन, इस असामान्य घटना के बाद पर्यटक यहां भी भाग रहे हैं. लोगों का कहना है कि वे यहां आनंद करने आये थे अपने परिवार के साथ. कोई खतरा मोल लेकर यहां नहीं रहेंगे.