बंगाल में भाजपा हुई मजबूत

कोलकाता: मेरा बचपन बंगाल में बीता है. पढ़ाई के दौरान मुझे स्कूल के कार्यक्रमों में महाजाति सदन सभागार में जाने का मौका मिला था, लिहाजा मेरी काफी इच्छा थी कि वर्षों बाद महाजाति सदन में जाकर बंगाल से जुड़ी अपनी पुरानी यादें ताजा करूंगा, लेकिन राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एेन वक्त पर भारतीय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 28, 2017 9:17 AM
कोलकाता: मेरा बचपन बंगाल में बीता है. पढ़ाई के दौरान मुझे स्कूल के कार्यक्रमों में महाजाति सदन सभागार में जाने का मौका मिला था, लिहाजा मेरी काफी इच्छा थी कि वर्षों बाद महाजाति सदन में जाकर बंगाल से जुड़ी अपनी पुरानी यादें ताजा करूंगा, लेकिन राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एेन वक्त पर भारतीय जनता पार्टी के टीचर सेल के कार्यक्रम के लिए महाजाति सदन सभागार देने से इंकार कर दिया. उक्त आरोप मानव संसाधन राज्यमंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडेय ने लगाया.
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा : भाजपा आम लोगों की पार्टी है. यही कारण है कि राज्य सरकार के लाख विरोध के बाद भी आज हमारे शिक्षा सेल ने हजारों शिक्षकों को लेकर सड़क पर कार्यक्रम कर अपनी शक्ति का एहसास मुख्यमंत्री को करा दिया. हमारे कार्यक्रमों का स्थान बदल कर क्या करेंगी, दीदी आज बंगाल में भाजपा के पैर इतनी मजबूती से पड़ चुके हैं कि वह दिन दूर नहीं जब आप को ही अपना स्थान बदलना पड़ेगा.
केंद्र की योजनाओं को लौटा रही है राज्य सरकार
केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा : आज जितनी भी जनता के लाभ की केंद्रीय योजनाएं हैं, उसे राज्य सरकार लौटा रही हैं. केंद्र सरकार राज्य के शिक्षकों को 60 फीसदी वेतन देती है, जिसमें 40 फीसदी राज्य सरकार अपना रुपया मिला कर शिक्षकों को वेतन देती है. दीदी का यह दोहरा चरित्र आखिर कब तक चलेगा.
राज्य के शिक्षकों की स्थिति दयनीय
केंद्रीय मानव संसाधन राज्यमंत्री श्री पांडेय ने कहा : राज्य के स्कूलों में आज शिक्षकों को पांच हजार, आठ हजार वेतन दिया जा रहा है. मैं नहीं समझता कि इतने कम वेतन में शिक्षकों का घर संसार कैसे चलता होगा.

बंगाल के पाठ्यक्रमों में भी तुष्टिकरण : राज्यमंत्री महेंद्रनाथ पांडेय ने कहा कि हमारी सरकार देश के सपूत स्वामी विवेकानंद के विश्व धर्म सम्मेलन में दिये गये भाषण के 125 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 11 सितंबर को कार्यक्रम का आयोजन करके आम जनता को उनके सिद्धांतों को फिर से जनता को बतायेगी.
श्री पांडेय ने आरोप लगाया कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तुष्टिकरण की नीति अपना रही है. सबसे आपत्तिजनक बात यह है कि वह पाठ्यक्रमों को भी इससे अलग नहीं रख रही हैं. यहां पाठ्यक्रम में देश के महापुरुषों को स्थान नहीं दिया जा रहा है. श्री पांडेय ने कहा कि एयरपोर्ट से भाजपा कार्यालय के रास्ते में आते वक्त उन्होंने एक पोस्टर देखा जिसमें ममता बनर्जी का फोटो लगा हुआ था और उस पर लिखा था कि राम का नाम बदनाम ना करो. मेरा सुश्री बनर्जी से यही कहना है कि राम के नाम की इतनी महिमा है कि उसे कोई बदनाम नहीं कर सकता. हां उसका नाम लेनेवाला जरूर तर जाता है. लिहाजा मेरा निवेदन है कि मुख्यमंत्री को भी जयश्री राम बोलना चाहिए.
आप अपने भागने का दिन तय कर लें दीदी
श्री पांडेय ने कहा कि मोदी जी ने अपने शपथ भाषण में सबसे अनुरोध किया था कि लूक नार्थ-ईस्ट. भारतीय जनता पार्टी एक मात्र ऐसी पार्टी है, जो नार्थ-ईस्ट के राज्यों को लेकर चल रही है. कभी असम के एक कांग्रेसी नेता ने नारा दिया था कि इंडिया इज इंदिरा और इंदिरा इज इंडिया, लेकिन आज असम की धरती पर भारतीय जनता पार्टी का कमल खिल चुका है. आज मुख्यमंत्री ममता दीदी भाजपा को भगाने का सपना देख रही हैं, लेकिन मैं उन्हें सलाह देता हूं कि दीदी आप अपने भागने का दिन तय कर लीजिये.

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