11 से 13 सितंबर तक BJP अध्यक्ष BENGAL दौरे पर, नहीं मिला सरकारी सभागार

कोलकाता : भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के प्रस्तावित कोलकाता दौरे को लेकर कोई सरकारी सभागार या इंडोर स्टेडियम नहीं मिल पा रहा है. भाजपा के प्रदेश सचिव शायंतन बसु ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के नकारात्मक रवैये के कारण उनको सरकारी हॉल या नेताजी इंडोर स्टेडियम नहीं दिया जा रहा है. बावजूद इसके भाजपा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 2, 2017 11:04 AM
कोलकाता : भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के प्रस्तावित कोलकाता दौरे को लेकर कोई सरकारी सभागार या इंडोर स्टेडियम नहीं मिल पा रहा है. भाजपा के प्रदेश सचिव शायंतन बसु ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के नकारात्मक रवैये के कारण उनको सरकारी हॉल या नेताजी इंडोर स्टेडियम नहीं दिया जा रहा है. बावजूद इसके भाजपा अपना कार्यक्रम करेगी.
इसके लिए प्रारंभिक रूपरेखा तय कर ली गयी है, जो केंद्रीय नेतृत्व के पास भेज जी गयी है. 11 सितंबर से 13 सितंबर तक भाजपा अध्यक्ष का कार्यक्रम बंगाल में रहेगा.
उन्होंने बताया कि श्री शाह के कार्यक्रमों में एक कार्यक्रम मर्चेंट चेंबर ऑफ कॉमर्स का भी रहेगा, जहां भाजपा अध्यक्ष प्रदेश के उद्योगपतियों से मुखातिब होंगे.
भाजपा सूत्रों के अनुसार, बैठक में ममता बनर्जी के कई करीबी अद्योगपतियों के रहने की संभावना है, जिसमें अहम नाम संजीव गोयनका, हर्ष नेवटिया और महेंद्र जालान का लिया जा रहा है.
तीन दिवसीय बंगाल सफर में अमित शाह पार्टी के पदाधिकारियों के साथ बैठक तो करेंगे ही, साथ में नागरिक समाज, बुद्धिजीवी वर्ग और पत्रकारों के साथ भी बैठक करेंगे. तीन दिवसीय दौरे के पहले दिन स्वामी विवेकानंद के शिकागो भाषण के 125 साल पूरा होने के मौके पर भाषण देने के अलावा पार्टी के पदाधिकारियों के साथ बैठक होगी.
पिछली बार उनके कोलकाता दौरे को लेकर महाजाति सदन में सभा हुई थी, जिसमें इतनी भीड़ उमड़ी कि काफी लोग अंदर जा नहीं पाये थे. लिहाजा इस बार भाजपा नेताजी इंडोर स्टेडियम, नजरूल मंच या राज्य सरकार के अधीन किसी बड़े सभागार में सभा करना चाह रही थी.
शायंतन बसु ने कहा : हमलोग केंद्र के अधीन आनेवाले आईसीसीआर, ईजेडीसीसी, नेशनल लाइब्रेरी ऑडिटोरियम अमित शाह की सभा के लिए बुक कर लिये हैं. बंगाल दौरे के दूसरे दिन 12 सितंबर को दोपहर बाद उनका नागरिक सम्मेलन प्रस्तावित है. सफर के तीसरे दिन 13 सितंबर को प्रदेश के उद्योगपतियों के साथ उनकी बैठक होगी.
सबकुछ दिल्ली की मंजूरी पर निर्भर कर रहा है, लेकिन राज्य सरकार के रवैये से प्रदेश भाजपा बेहद खफा है. शायंतन बसु के मुताबिक, ममता बनर्जी जिस तरह का बर्ताव कर रही हैं और वह विपक्ष का चेहरा बनने की दिशा में आगे बढ़ रही हैं. ऐसे में जब वह अन्य प्रदेशों में जायेंगी तब यही बर्ताव उनके साथ किया जायेगा तो उनको कैसा लगेगा.

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