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दार्जिलिंग गोरखालैंड आंदोलन : किसी तरह बच कर भागे गुरुंग, फायरिंग में मौत
सिलीगुड़ी : राज्य सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में जारी गोरखालैंड आंदोलन के लिए बेमियादी बंद खत्म नहीं हो पा रहा है. ऐसे में अब राज्य सरकार ने किसी भी कीमत पर इस आंदोलन को कुचलने की ठान ली है. विनय तमांग और अनित थापा ने कोलकाता की बैठक से लौटने […]
सिलीगुड़ी : राज्य सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में जारी गोरखालैंड आंदोलन के लिए बेमियादी बंद खत्म नहीं हो पा रहा है. ऐसे में अब राज्य सरकार ने किसी भी कीमत पर इस आंदोलन को कुचलने की ठान ली है.
विनय तमांग और अनित थापा ने कोलकाता की बैठक से लौटने के बाद पहाड़ पर बंद में 12 दिनों की ढील की घोषणा की थी. उसके बाद से ही दोनों नेता गोजमुमो सुप्रीमो विमल गुरुंग के निशाने पर हैं. विमल गुरुंग ने तमांग को गोजमुमो से सस्पेंड भी कर दिया है.
विनय तमांग व अनित थापा के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए शुक्रवार को गोजमुमो सुप्रीमो ने पार्टी सेंट्रल कमेटी की गुप्त बैठक बुलायी थी. इसी बैठक के दौरान अर्द्धसैनिक बलों को साथ लेकर पुलिस ने धावा बोल दिया.
सूत्रों के अनुसार, बैठक पश्चिम बंगाल तथा सिक्किम सीमा पर स्थित माझिटार इलाके में हो रही थी. यह इलाका सिक्किम में पड़ने के बावजूद बंगाल पुलिस ने यहां धावा बोला. इस कार्रवाई में एक दर्जन से अधिक गोजमुमो नेता गिरफ्तार हुए हैं. इनमें सेंट्रल कमेटी के नेता हेमंत गौतम, शंकर अधिकारी, नंदिता गौतम तथा सावित्री राई शामिल हैं.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, विमल गुरुंग के खिलाफ पहले ही राज्य पुलिस ने लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है. इसके साथ ही उनकी गिरफ्तारी की कोशिशें तेज हो गयी हैं. शुक्रवार सुबह से ही जिला पुलिस अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को साथ लेकर दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर छापामारी कर रही थी.
पुलिस को पता चला कि विमल गुरुंग ने सेंट्रल कमेटी की बैठक सिक्किम के माझीटार में बुलायी है. उसके बाद कालिम्पोंग पुलिस ने सीआइडी के वरिष्ठ अधिकारियों तथा अर्द्धसैनिक बल के जवानों को साथ लेकर वहां धावा बोल दिया.
हालांकि विमल गुरुंग तथा उनके निकट सहयोगी नवीन मुखिया फरार हो गये. छापामारी के दौरान गोजमुमो समर्थकों की पुलिस के साथ भिड़ंत भी हुई. पेदोंग के पूर्व जीटीए सभासद दावा लेप्चा के ड्राइवर दावा भूटिया (32) की गोली लगने से मौत हो गयी. सूत्रों ने बताया कि गोली लगने के बाद उसे गंभीर हालत में सिक्किम के नामची अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस सूत्रों के अनुसार, मृतक का घर कालिम्पोंग जिले के पेदोंग के धोबीडारा इलाके में है.
कार्रवाई पर सिक्किम पुलिस आग-बबूला
बिना अनुमति के बंगाल पुलिस के सिक्किम में कार्रवाई करने पर सिक्किम पुलिस आगबबूला है. सिक्किम पुलिस ने कालिम्पोंग के एसपी के खिलाफ धारा 302 व 341 के तहत नामची थाने में एफआइआर भी दर्ज की है. सिक्किम पुलिस ने कालिम्पोंग पुलिस के तीन वाहनों को भी जब्त किया है. दक्षिण सिक्किम के एसपी प्रताप प्रधान के अनुसार, बंगाल पुलिस की सीआइडी टीम ने राज्य सरकार को कोई जानकारी दिये बगैर सिक्किम क्षेत्र में गोजमुमो नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की.
इसी दौरान दावा भूटिया नामक एक व्यक्ति की पुलिस फायरिंग में मौत हो गयी. घटना की सूचना मिलते ही सिक्किम पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और बंगाल पुलिस से ऑपरेशन संचालित करने संबंधी दस्तावेज मांगे. लेकिन बंगाल पुलिस न तो कोई अाधिकारिक दस्तावेज और न ही अदालत का अरेस्ट वारंट दिखा सकी.
इसके बाद सिक्किम पुलिस ने बंगाल पुलिस को वापस जाने के लिए कहा. उस समय बंगाल पुलिस के कब्जे में चार लोग थे. उनको बंगाल पुलिस जोर-जबरदस्ती अपने साथ ले जा रही थी. सिक्किम पुलिस ने चारों को नहीं ले जाने दिया. चारों को फिलहाल नामची थाने में रखा गया है.
मोर्चा सेंट्रल कमेटी की मीटिंग पर पुलिस का धावा. गोजमुमो के एक दर्जन से अधिक नेता गिरफ्तार
समर्थकों के साथ पुलिस की भिड़ंत
फायरिंग में पूर्व सभासद के ड्राइवर की मौत
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