नीतियों के अभाव में बिगड़ रहा राज्य का माहौल

कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नीत राज्य सरकार की नीतियों के अभाव में राज्य का माहौल बिगड़ रहा है. यही वजह है कि राज्य में सांप्रदायिक शक्तियों को बल मिल रहा है. अफवाह की वजह से सांप्रदायिक तनाव का माहौल कई जगहों पर बना. यह आरोप सांसद व माकपा के वरिष्ठ नेता मोहम्मद सलीम ने लगाया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 6, 2017 9:13 AM
कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नीत राज्य सरकार की नीतियों के अभाव में राज्य का माहौल बिगड़ रहा है. यही वजह है कि राज्य में सांप्रदायिक शक्तियों को बल मिल रहा है. अफवाह की वजह से सांप्रदायिक तनाव का माहौल कई जगहों पर बना. यह आरोप सांसद व माकपा के वरिष्ठ नेता मोहम्मद सलीम ने लगाया है.

मंगलवार को माकपा राज्य कमेटी के कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान उन्होंने तृणमूल सरकार की नीतियों की जमकर आलोचना की. उत्तर दिनाजपुर के रायगंज में दो संप्रदायों के बीच कथित तनाव की स्थिति का जिक्र करते हुए सांसद ने कहा कि सरकार और प्रशासन यदि पहले से सजग होता तो वहां ऐसी स्थिति नहीं होती. आरोप के अनुसार अभी भी सही कदम नहीं उठाये जा रहे हैं. वहां अब भी भय का माहौल है. लोग सहमे और भयभीत हैं. विषम स्थिति से निबटने के लिए इलाके में पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती होनी चाहिए. रुट मार्च किये जाने की जरूरत है.

सांप्रदायिक तनाव से संबंधित अफवाह फैलानेवाले शख्स पर त्वरित कार्रवाई की जरूरत है. केवल रायगंज में ही ऐसी स्थिति नहीं हुई, बल्कि राज्य के कई हिस्से में सांप्रदायिक तनाव की स्थिति देखी जा चुकी है. सोशल नेटवर्किंग साइट पर अफवाह फैलाये जा रहे हैं लेकिन अफवाह फैलानेवालों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई नहीं हो रही है. उपरोक्त मसले सरकार खामोश है. माकपा नेता ने भाजपा और आरएसएस पर भी धर्म के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया है. दुर्गापूजा विसर्जन को लेकर राज्य सरकार के कथित निर्देश की आलोचना करते हुए मोहम्मद सलीम ने कहा कि पूर्ववर्ती वाममोरचा सरकार के सत्ता में रहने के दौरान कभी भी ऐसे निर्देश नहीं दिये गये थे. पश्चिम बंगाल में दुर्गापूजा का काफी महत्व है. विसर्जन की तिथि क्या सरकार निर्धारित कर सकती है? पश्चिम बंगाल में पहली दफा नहीं है जब दो धार्मिक अनुष्ठान एक साथ नहीं हुए हों.
राज्य सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि दो धार्मिक अनुष्ठान ठीक से संपन्न हों, इसके लिए सटीक प्रशासनिक व्यवस्था की जाये. माकपा नेता ने यह भी आरोप लगाया है कि तृणमूल कांग्रेस का हाथ पकड़ कर ही भाजपा और आरएसएस राज्य में अपनी पैठ बढ़ाने की जुगत में है.

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