विभिन्न देशों के डाक टिकटों के साथ सौ वर्ष पुराने कई दस्तावेज भी उनके पास हैं. अम्लान चक्रवर्ती के अपने दादाजी से भी काफी चीजें हासिल कीं. उनके पास मुगलकाल की स्वर्ण मुद्राएं भी हैं. आजादी के समय के डाक टिकट भी है. अम्लान चक्रवर्ती ने बताया कि इजरायल में पालीमर नोटों का प्रचलन है, जो जल्द फटता नहीं है और भीगने से खराब भी नहीं होता. उन्होंने बताया कि इस तरह के नोटों का इस्तेमाल भारत में भी होना चाहिए. उन्होंने बताया कि सरकारी सहयोग मिलने पर भविष्य में प्रदर्शनी करने की इच्छा है.
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बैंककर्मी ने घर में बनाया अनोखा संग्रहालय
मालदा : देश के विभिन्न राज्यों में बैंककर्मी के तौर पर काम करते हुए मालदा निवासी अम्लान चक्रवर्ती ने महज 35 वर्ष की उम्र में एक अनोखा संग्रहालय बना लिया. उनके संग्रहालय में 170 देशों की मुद्राएं व 140 देशों के डाक टिकट हैं. अम्लान मालदा शहर के मिशनघाट इलाके के निवासी हैं. वर्तमान में […]
मालदा : देश के विभिन्न राज्यों में बैंककर्मी के तौर पर काम करते हुए मालदा निवासी अम्लान चक्रवर्ती ने महज 35 वर्ष की उम्र में एक अनोखा संग्रहालय बना लिया. उनके संग्रहालय में 170 देशों की मुद्राएं व 140 देशों के डाक टिकट हैं. अम्लान मालदा शहर के मिशनघाट इलाके के निवासी हैं. वर्तमान में पुणे में बतौर बैंक कर्मी काम कर रहे हैं. उन्होंने यह संग्रहालय अपने घर में ही बनाया है.
उनके संग्रह में इजरायल का पॉलीमर नोट, सद्दाम हुसैन के समय के इराकी नोट के अलावा बेल्जियम के प्राचीन सिगरेटदान, डेड़ सौ वर्ष पुराना हाथी दांत की इत्रदानी आदि शामिल हैं. साथ ही हाथी दांत की कीमती गणेश व सरस्वती की मूर्तियां भी उनके संग्रह में है. अम्लान चक्रवर्ती ने बताया कि बचपन से ही प्राचीन वस्तुओं के प्रति उनका विशेष आकर्षण था. जिला स्कूल से उनकी शिक्षा शुरू हुई. इसके बाद जिले के बाहर उन्होंने विज्ञान विषय को लेकर पढ़ाई की, लेकिन इतिहास के प्रति उनका बचपन से ही झुकाव था.
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