बंगाल: ममता को भी बंगाल में चाहिए बुलेट ट्रेन
तीन वर्षों में आधारभूत सुविधाओं पर खर्च होंगे 12180 करोड़ रुपये बजट में आवंटित राशि के अलावा अलग से राशि खर्च करने का फैसला कोलकाता : राज्य में आधारभूत सुविधाओं का विकास करने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने बजट में आवंटित राशि के अलावा अलग से राशि खर्च करने का फैसला किया है. यह […]
तीन वर्षों में आधारभूत सुविधाओं पर खर्च होंगे 12180 करोड़ रुपये
बजट में आवंटित राशि के अलावा अलग से राशि खर्च करने का फैसला
कोलकाता : राज्य में आधारभूत सुविधाओं का विकास करने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने बजट में आवंटित राशि के अलावा अलग से राशि खर्च करने का फैसला किया है. यह जानकारी शुक्रवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य सचिवालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दी.
उन्होंने कहा कि अगले तीन वर्षों में राज्य सरकार द्वारा नये सड़क, ब्रिज, फ्लाइओवर का निर्माण के साथ-साथ जलापूर्ति, बिजली व वेयरहाउस का निर्माण करने की योजना बनायी है और इसके लिए अतिरिक्त 12180 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं.
उन्होंने कहा कि वर्ष 2017-18 के बजट में राज्य सरकार ने पहले ही 20,155.61 करोड़ रुपये खर्च करने का प्रावधान रखा है, इसके साथ ही 12,180 करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च किये जायेंगे. इस दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य की पूर्व वाममोरचा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि वाममोरचा कार्यकाल के दौरान राज्य की आर्थिक स्थिति निचले स्तर पर चली गयी थी, तृणमूल कांग्रेस सरकार सत्ता में आने के बाद से आर्थिक व्यवस्था में कुछ सुधार हुआ है.
2010-11 में राज्य सरकार का योजना गत खर्च 14,615.16 करोड़ रुपये था, जिसे तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने पांच वर्षों में बढ़ा कर 49,490 करोड़ रुपये कर दिया है. इसी प्रकार, वर्ष 2010-11 में आधारभूत सुविधाओं के विकास के लिए 2225 करोड़ रुपये आवंटित किये गये थे, जिसे हमारी सरकार ने बढ़ा कर 12,000 करोड़ रुपये कर दिया है. वहीं, वर्ष 2017-18 में राज्य सरकार ने आधारभूत सुविधाओं के विकास के लिए 20,155 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बनायी है.
ममता को बंगाल में चाहिए बुलेट ट्रेन
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अंडाल से दमदम तक बुलेट ट्रेन चाहिए. यह मांग मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार से की है. 13 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात से मुबंई तक चलने के लिए देश के पहले बुलेट ट्रेन का शिल्यानास किया. साल 2022 तक देश में बुलेट ट्रेन चलने लगेगी, ऐसा दावा खुद प्रधानमंत्री का है. इस खुशखबरी में बंगाल के लोगों की हिस्सेदारी देने की मंशा से मुख्यमंत्री ने कोलकाता से पश्चिम बर्दवान के लिए बुलेट ट्रेन चलाने की जरूरत बतायी.
अंडाल के लोग जितनी जल्दी हो कोलकाता पहुंच जाये, इसके लिए वहां पर ममता बनर्जी ने हवाई अड्डा बनाया है. इसको बनाने में साढ़े चार सौ करोड़ का बोझ अभी भी राज्य सरकार ढो रही है. ऐसे में वहां के लोगों को लिए तत्काल कोलकाता पहुंचने के लिए ममता बनर्जी ने अब बुलेट ट्रेन की जरूरत बतायी. ममता ने अपनी यह इच्छा पार्टी की एक मीटिंग में व्यक्त की है.
बताया गया कि अंडाल हवाई अड्डे को और विकसित करने के लिए और अधिक राशि राज्य सरकार खर्च करने जा रही है. यहां रास्ता और पुल का निर्माण होगा. उल्लेखनीय है कि हवाई अड्डा राज्य सरकार के लिए फ्लॉप शो साबित हुआ है. बीच के सात महीने यह बंद रहा. फिर इसको खोला गया.
विभागों में खर्च किये जानेवाली राशि का आंकड़ा
विभाग राशि
लाेक निर्माण 6195 करोड़
खाद्य आपूर्ति 850 करोड़
शहरी विकास व नपा 2862 करोड़
ऊर्जा व एनईएस 2273 करोड़
प्रमुख योजनाएं : जिन पर खर्च होंगे 12,180 करोड़
बरजागुली – कापा – मोगरा के बीच चार लेन वाले रास्ते का निर्माण : 1700 करोड़ रुपये
कल्याणी एक्सप्रेस वे व बेलघरिया एक्सप्रेस कनेक्टिविटी के बीच चार लेन वाले रास्ते का विस्तारीकरण : 1550 करोड़ रुपये
भागीरथी नदी पर कालना के पास सेतु का निर्माण : 500 करोड़ रुपये
मानिकतल्ला क्रासिंग के पास एजेसी बोस रोड पर फ्लाइओवर का निर्माण : 350 करोड़ रुपये
अनाजों को रखने के लिए वेयरहाउस का निर्माण : 850 करोड़ रुपये
गरियाहाट रोड के पास फ्लाइओवर का निर्माण : 248 करोड़ रुपये
ईएम बाइपास से न्यूटाउन तक कॉरिडोर का निर्माण : 610 करोड़ रुपये
डानकुनी, उत्तरपाड़ा, कोननगर, रिसड़ा, श्रीरामपुर, बैद्यवाटी व चापदानी में जलापूर्ति पर खर्च : 1368 करोड़ रुपये
कोलाघाट व सागरदीघि ताप विद्युत केंद्र का पुनर्विकास : 1679 करोड़ रुपये