बंगाल को अशांत करने पर तुली हुई हैं सीएम : दिलीप घोष
कोलकाता. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि मुख्यमंत्री मानसिक रूप से परेशान हैं और उनकी परेशानी का खामियाजा पूरे प्रदेश को उठाना पड़ रहा है. उदाहरण के तौर पर शांत पहाड़ को अशांत करने के बाद अब वह विर्सजन के मुद्दे पर पूरे पश्चिम बंगाल को अशांत करने पर तुली हुई हैं. जबकि […]
कोलकाता. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि मुख्यमंत्री मानसिक रूप से परेशान हैं और उनकी परेशानी का खामियाजा पूरे प्रदेश को उठाना पड़ रहा है. उदाहरण के तौर पर शांत पहाड़ को अशांत करने के बाद अब वह विर्सजन के मुद्दे पर पूरे पश्चिम बंगाल को अशांत करने पर तुली हुई हैं.
जबकि हिंदू संप्रदाय के लोग अपना त्यौहार कैसे मनायेंगे यह उनकी पंजिका के आधार पर होता है. जिस पर अब वह अपना तुगलकी फरमान लगाने लगी हैं. बिना वजह के वह शस्त्र जुलूस पर पाबंदी लगाने की बात कह रही हैं. इसका मतलब क्या वह मुहर्रम के जुलूस पर पाबंदी लगायेंगी.
उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा में मां के हाथों में अस्त्र रहता है, बलि भी दी जाती है जिसके लिए शस्त्र पूजा का विधान है. बंगाल में कहीं शस्त्र लेकर जुलूस निकालने की कोई परंपरा नहीं है. कुछ हिंदी भाषी इलाकों में जरूर निकाला जाता है, लेकिन बाकी बंगाल में केवल शस्त्र पूजा होती है. आरएसएस की सभी शाखाओं में शस्त्र पूजा होती है. इस बार भी होगी. भाजपा किसी के धार्मिक कार्यकलापों में बाधा नहीं देती और न ही किसी बाधा को बर्दाश्त करती है. हिंदू अपने विधान के अनुसार अपना पूजा-पाठ करेंगे. अगर कोई उन्हें रोकता है, तो भाजपा उनके खिलाफ जो बन पड़ेगा, करेगी. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी रोज अपना बयान बदल रही हैं. कभी पहाड़ के मुद्दे पर तो कभी विर्सजन के नाम पर दो संप्रदायों के बीच मतभेद फैलाकर वह अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने की ताक में हैं.