बंगाल को बदनाम करने वालों को सीएम ने दी चेतावनी, कहा समाज के बुरे लोगों की पहचान करें
कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा कि बंगाल में अशांति फैलाने का प्रयास करने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. मुख्यमंत्री ने कहा: अच्छी बात को ग्रहण करना उचित है. उत्सव के इन दिनों में आनंद करें, लेकिन कुछ फर्जी मी़डिया लोगों को लोगों से लड़ाने का प्रयास कर रहा है. हम लोगों […]
कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा कि बंगाल में अशांति फैलाने का प्रयास करने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. मुख्यमंत्री ने कहा: अच्छी बात को ग्रहण करना उचित है. उत्सव के इन दिनों में आनंद करें, लेकिन कुछ फर्जी मी़डिया लोगों को लोगों से लड़ाने का प्रयास कर रहा है. हम लोगों की खुशी उनसे बर्दाश्त नहीं हो रही है. आप लोग उनका मुकाबला करें. उन्हें बतायें कि बंगाल हंगामे व गड़बड़ी फैलाने की जगह नहीं है. बंगाल को जो लोग बदनाम करने की कोशिश करेंगे, उन्हें कतई नहीं छोड़ेंगे. मुख्यमंत्री दक्षिण कोलकाता में सुरूचि संघ पूजा के उदघाटन के मौके पर बोल रही थीं.
किसी का नाम लिये बगैर मुख्यमंत्री ने कहा कि देश का नेता वह होता है, जिसे सारा देश अपना नेता मानता हो. गांधी जी किसी राज्य के नहीं सारे देश के नेता थे. सुश्री बनर्जी ने कहा कि समाज में कुछ अच्छे तो कुछ बुरे लोग होते हैं. साथ ही कुछ गुडी-गुडी लोग भी हैं, जो बेहद खतरनाक हैं. समाज के बुरे लोगों को चिन्हित करना जरूरी है. दंगा करना, अफवाह फैलाना, दुष्प्रचार व साजिश करना ही इनका काम है. बशीरहाट घटना के समय एक भाेजपुरी फिल्म का सीन दिखा कर अफवाह फैलायी गयी थी कि बंगाल में ऐसा हो रहा है. पर याद रखें कि बंगाल में यह सब नहीं होता है. बंगाल की मिट्टी कभी भी दानवीय व अमानवीय नहीं हो सकती है. बंगाल ताे जन-जागरण करता है. दुनिया को रास्ता दिखाता है.
संकीर्ण राजनीित के िलए जगह नहीं: मोहर्रम-विसर्जन मुद्दे पर निशाना साधने वालों से सवाल करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि केवल बड़ी-बड़ी बातें की जाती हैं, क्या वह लोग मोहर्रम व गणपति पूजा एक साथ कर सकते हैं.
हम लोग इसका सामना करते हैं, इसलिए हमें पता है कि कैसे क्या किया जाता है. बंगाल की तरह उत्सव कहीं नहीं होता है. यहां के लोगों की तरह मेल-बंधन कहीं नहीं है. जिस दिन इच्छा हो, विसर्जन करें, मुझे कोई आपत्ति नहीं है. मेरा उद्देश्य शांतिपूर्वक तरीके से काम को अंजाम देना है, आग लगाना नहीं है. आग लगाना है तो मोमबत्ती जलायें, रौशनी करें. दंगे की आग क्यों लगाते हैं. यह लोग पक्के बदमाश हैं. इनका उद्देश्य बंगाल में दंगा करना है. इन लोगों ने मेरे पुरी जाने पर यह अफवाह फैलायी थी कि मुझे मंदिर में घुसने नहीं दिया गया, क्योंकि मैं हिंदू नहीं हूं. हकीकत तो यह है कि वहां के पुरोहित स्वयं मुझे अंदर ले कर गये थे.
खुद पर आरोप लगाने वालों पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह लोग मेरे जन्म व धर्म को लेकर प्रश्न करते हैं. यह राजनीति नहीं है. बंगाल में इस प्रकार की संकीर्ण राजनीति के लिए कोई जगह नहीं है. इस प्रकार की राजनीति से हम लोग घृणा करते हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कोई साजिश करता है तो उसके लिए मन को दुखी करने की जरूरत नहीं है. आप लोग चिंता न करें, शांति के साथ पूजा करें. प्रशासन आपके साथ है.