दार्जिलिंग : गोरखालैंड अलग राज्य की मांग कर रहे समर्थकों की ओर से लगातार हिंसा जारी है. इस बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष और उनके समर्थकों के साथ भी एक कार्यक्रम में मारपीट की गयी. सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में गोरखा समर्थकों द्वारा दिलीप घोष के साथियों पर हमले दिखाये गये हैं. यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल भी हो रहा है. लोग वीडियो शेयर कर रहे हैं और तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं.
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष के साथ 5अक्तूबर को धक्का-मुक्की हुई है जबकि उनके साथ गये कई लोगों के साथ बुरी तरह मारपीट की गयी. गृहमंत्री राजनाथ सिंह के निर्देश पर घोष बुधवार से दार्जिलिंग पहाड़ी क्षेत्र के दौरे पर थे. उनका यहां लगातार विरोध हो रहा था. एक समय घोष से आंदोलन के नेता विमल गुरुंग की आलोचना की थी, इसे ही हिंसा का कारण बताया जा रहा है.
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दिलीप घोष के साथियों के साथ दार्जिलिंग में पहले धक्का मुक्की हुई. सिर से उनकी टोपी उतार ली गयी. बाद में भाजपा नेता के समर्थकों के साथ मारपीट हुई. काफिले के एक भाजपा नेता को विनय तमांग के गुट वाले गोरखालैंड जनमुक्ति मोर्चा के लोगों ने जमकर पीटा.
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घोष सहित पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हमले व मारपीट करने के आरोप में सदर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं, इस हमले के खिलाफ शुक्रवार को महानगर सहित राज्य के कई जिलों में प्रदर्शन हुआ. इस बीच, तृणमूल कांग्रेस ने शनिवार को महानगर में प्रतिवाद दिवस मनाने की घोषणा की है. तृणमूल का आरोप है कि भाजपा राज्य की शांति को बाधित करना चाहती है.
राजनेताओं का आना उचित नहीं, घोष के साथ नहीं हुई कोई बड़ी घटना : डीएम
डीएम जयसर दासगुप्त ने अपने बयान में कहा कि पहाड़ में जो हालात हैं उसमें किसी भी राजनीतिक दल के नेता को वहां जाना फिलहाल उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि दार्जिलिंग जिले के पार्वत्य क्षेत्र में हालात स्वाभाविक हो रहे हैं. लेकिन अभी भी वहां के परिस्थितियां पूरी तरह सामान्य नहीं हो पायी हैं. इसीलिए राजनेताओं को वहां जाने से बचना चाहिए. डीएम ने यह दावा भी किया कि गुरूवार को कोई बड़ी घटना नहीं हुई.