आज से ट्रांसपोर्टरों की देशव्यापी हड़ताल

कोलकाता. ऑल इंडिया मोटर टांसपोर्ट कांग्रेस (एआइएमटीसी) के आह्वान पर सोमवार से दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल होगी, जो कि सुबह आठ बजे से लेकर 10 अक्तूबर को रात 10 बजे तक जारी रहेगी. कलकत्ता गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष संतोष सर्राफ ने कहा कि जीएसटी के नियमों की वजह से परिवहन क्षेत्र को डबल टैक्सेशन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 9, 2017 9:43 AM
कोलकाता. ऑल इंडिया मोटर टांसपोर्ट कांग्रेस (एआइएमटीसी) के आह्वान पर सोमवार से दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल होगी, जो कि सुबह आठ बजे से लेकर 10 अक्तूबर को रात 10 बजे तक जारी रहेगी. कलकत्ता गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष संतोष सर्राफ ने कहा कि जीएसटी के नियमों की वजह से परिवहन क्षेत्र को डबल टैक्सेशन का सामना करना पड़ रहा है. अपने ही युज्ड बिजनेस ऐसेट्स की बिक्री पर सरकार डबल टैक्स ले रही है. उनकी मांग है कि ट्रांसपोर्ट सेक्टर में पंजीकरण या कंप्लायेंस न हो. उन्होंने यह भी कहा कि डीजल की कीमतों पर उनका 70 फीसदी बिजनेस खर्च टिका होता है. इसमें बढ़ोत्तरी से उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. सरकार को डीजल को जीएसटी के दायरे में लाना होगा.
दूसरी ओर पेट्रोलियम पदार्थों को माल एवं सेवाकर (जीएसटी) व्यवस्था के दायरे में लाने और बेहतर मार्जिन की मांग को लेकर यूनाइटेड पेट्रोलियम फ्रंट ने 13 अक्तूबर को पेट्रोलियम डीलरों की देशव्यापी हडताल का आह्वान किया है. पेट्रोलियम डीलरों के इस फ्रंट ने कहा है कि यदि उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया तो वह 27 अक्तूबर से अनिश्चित काल के लिये ईंधन की खरीदारी और बिक्री बंद करने को मजबूर हो जायेंगे.
वेस्ट बंगाल टैंकर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष तुषार सेन ने कहा कि पश्चिम बंगाल के टैंकर इस हड़ताल में शामिल नहीं होगें. उन्हाेंने कहा कि पेट्रोल, डीजल से लेकर किरोसिन की ढुलाई करने वाले टैंकर राज्य से बाहर नहीं जाएगें, परंतु यहां स्थानीय स्तर पर सेवा बहाल रहेगी.
फेडरेशन ऑफ ट्रक आपरेटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष महेंद्र सिंह गिल ने बताया कि पश्चिम बंगाल के 3000 आपरेटर इस हड़ताल में शामिल नहीं है. इसीलिए हड़ताल का व्यापक असर नहीं होगा. अंतर्राज्यीय स्तर पर ट्रक सेवाएं सामान्य रुप से चालू रहेंगी.
इन क्षेत्रों को हड़ताल में रहेगी छूट : इस हड़ताल से आपातकालीन सेवाओं को मुक्त रखा गया है. जिनमें फल, सब्जी, मछली, एंबुलेंस, एलपीजी, दूध आदि की आपूर्ति शामिल है.

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