मुकुल मामले पर बोले दिलीप घोष , भाजपा का कोई लेना-देना नहीं

कोलकाता: प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने साफ कहा कि मुकुल राय को भाजपा में लेने या नहीं लेने का सवाल अभी नहीं उठता. उन्हें जो करना और कहना है, वह खुद कह चुके हैं. इसमें भाजपा का कोई रोल नहीं है. वह बार-बार क्षेत्रीय दल के अस्तीत्व पर सवाल उठा रहे हैं वह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 12, 2017 8:23 AM
कोलकाता: प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने साफ कहा कि मुकुल राय को भाजपा में लेने या नहीं लेने का सवाल अभी नहीं उठता. उन्हें जो करना और कहना है, वह खुद कह चुके हैं. इसमें भाजपा का कोई रोल नहीं है.
वह बार-बार क्षेत्रीय दल के अस्तीत्व पर सवाल उठा रहे हैं वह जायज भी है, क्योंकि क्षेत्रीय दल, व्यक्ति आधारित दल होता है, जिसका कोई नीति या आदर्श नहीं होता. उनका एकमात्र मकसद होता है किसी भी तरह से सत्ता में रहना. इसके लिए वह हमेशा नीति और आदर्श बदलते रहती है. तृणमूल कांग्रेस तो अपने जन्म से ही एक प्राइवेट कंपनी के रूप में चल रही थी.

इसलिए हमेशा अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर लगातार अपना स्टैंड बदलते रही है. सुविधा लेने के लिए वह कुछ भी कर सकती हैं. यह तो खुद मुकुल राय ही बोल दिये हैं और यह सच भी है कि ममता बनर्जी आरएसएस से सेटिंग करने के लिए मुकुल राय का इस्तेमाल करती थीं.

रहा सवाल मुकुल के भाजपा में आने का तो वह भविष्य की बात है, हम इसमें अभी क्या कहें. भाजपा में बहुत से केंद्रीय मंत्री और नेता हैं, जो दूसरी पार्टी में थे. आज वे भारतीय जनता पार्टी के साथ हैं.

असम में हमलोग सत्ता में आये. झारखंड और बिहार में सत्ता में आये, तो जाहिर-सी बात है दूसरी पार्टी और विचारधारा के लोग हमारे साथ जुड़े. आज बंगाल में भी बहुत से लोग जुड़ना चाहते हैं. फिलहाल मुकुल क्या करेंगे, यह वही तय करेंगे. उन्हें जो कुछ कहना था, कह लिए. जो कुछ करना है, वही करेंगे. सभी पार्टी के नेताओं से वे बात कर रहे हैं. क्या फैसला लेंगे, यह वहीं जाने. फिलहाल वह छुट्टी पर और गेंद तृणमूल कांग्रेस के पाले में है. वहीं तय करे कि वह क्या करेंगी. गेंद अभी भाजपा के पाले में नहीं है. जब आयेगी, तब देख जायेगा. फिलहाल अभी जीरो आवर है.

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