20 से विधानसभा का शीतकालीन सत्र

कोलकाता: विधानसभा के शीतकालीन सत्र 20 नवंबर से शुरू हो रहा है. लगभग दो सप्ताह तक चलनेवाले शीतकालीन सत्र के दौरान राज्य सरकार की ओर से विभिन्न विधेयक पेश किये जाने की संभावना है. वहीं, विरोधी दल शीतकालीन सत्र के दौरान राज्य सरकार को घेरने की रणनीति बना रही है. फिलहाल में राज्य में डेंगू […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 13, 2017 9:55 AM
कोलकाता: विधानसभा के शीतकालीन सत्र 20 नवंबर से शुरू हो रहा है. लगभग दो सप्ताह तक चलनेवाले शीतकालीन सत्र के दौरान राज्य सरकार की ओर से विभिन्न विधेयक पेश किये जाने की संभावना है. वहीं, विरोधी दल शीतकालीन सत्र के दौरान राज्य सरकार को घेरने की रणनीति बना रही है. फिलहाल में राज्य में डेंगू के प्रकोप को लेकर माकपा विधायक दल के नेता सुजन चक्रवर्ती मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र दे चुके हैं.
राज्य सरकार से डेंगू को महामारी घोषित करने की मांग की है, जबकि कांग्रेस व भाजपा डेंगू को लेकर विधानसभा के बाहर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं.

माकपा विधायक दल के नेता सुजन चक्रवर्ती का कहना है कि डेंगू को लेकर राज्य सरकार का रवैया बहुत ही नकारात्मक है. डेंगू से प्रत्येक दिन किसी न किसी इलाके में मौत हो रही है, लेकिन राज्य सरकार डेंगू को छिपा रही है. डेंगू को अज्ञात बुखार का नाम दिया जा रहा है. डेंगू का नाम लेने पर डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है.

विधानसभा में विरोधी दल के नेता अब्दुल मन्नान का कहना है कि राज्य में डेंगू की स्थिति बहुत ही चिंताजनक है. लेकिन राज्य सरकार का रवैया बहुत ही उदासीन है. उन्होंने कहा कि विधानसभा में शीतकालीन कालीन सत्र के दौरान डेंगू की महामारी सहित अन्य मुद्दों को उठाया जायेगा, लेकिन विधानसभा में राज्य सरकार का रवैया पूरी तरह से एक तरफा रहता है और वह विरोधियों की आवाज सुनना नहीं चाहती है. विधानसभा में विरोधियों की आवाज दबायी जाती है.

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