कोलकाता : पूरे राज्य में डेंगू का प्रकोप जारी है. कई लोगों की मृत्यु का कारण डेंगू बना जबकि कई लोग अभी भी इसकी चपेट में हैं. डेंगू से प्रकोप से बचने के लिए जागरूकता काफी अहम है. इसके लिए प्रशासन और नागरिकों, दोनों को सजग होने की जरूरत है. यह बातें ‘प्रभात खबर’ की ओर से आयोजित परिचर्चा ‘जन संवाद’ में बड़ाबाजार के लोगों ने कही. राज्य में डेंगू के बढ़ रहे प्रकोप के मद्देनजर एक बार फिर जन संवाद परिचर्चा का मुद्दा ‘डेंगू का प्रकोप व जागरूकता’ रखा गया.
कार्यक्रम बड़तल्ला स्ट्रीट स्थित काशी विश्वनाथ सेवा समिति सभागार में हुआ. कार्यक्रम की अध्यक्षता लाल बहादुर शास्त्री मिशन फाउंडेशन के महासचिव कमल सोनकर ने किया जबकि संचालन समाजसेवी सागर प्रसाद माली ने किया. आइये जानते हैं उपरोक्त मुद्दे पर विशिष्ट लोगों की राय :
कमल सोनकर (लाल बहादुर शास्त्री मिशन फाउंडेशन के महासचिव) : राज्य में डेंगू ने महामारी का रूप धारण कर लिया है. डेंगू के प्रकोप पर अंकुश के लिए लोगों में जागरूकता अहम है. घर और आसपास पानी न जमने दें. साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें.
नरेश गुप्ता (आर्य समाज बड़ाबाजार के महामंत्री) : डेंगू के प्रकोप के लिए केवल प्रशासन को जिम्मेदार ठहराने सही नहीं है. यदि हम किसी पर एक उंगली उठाते हैं तो बाकी की तीन उंगलियों अपने पर भी उठती है.
किशन झंवर (समाजसेवी) : डेंगू के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए राजनीति से परे हटकर पहल करनी होगी. इस गंभीर समस्या को लेकर राजनीति सही नहीं है. घर के साथ आसपास के इलाकों की साफ-सफाई पर लोगों को खुद ध्यान देना होगा.
सागर प्रसाद माली (समाजसेवी) : डेंगू के प्रकोप से बचने के लिए जागरूक होना जरूरी है. लोग खुद भी सजग हो और दूसरे को भी सजग करें.
विनोद अग्रवाल (काशी विश्वनाथ सेवा समिति से जुड़े) : साफ सफाई की सटीक व्यवस्था से मच्छरजनित बीमारियों से बचा जा सकता है.
हरि सोनी (हरि सोनी फाउंडेशन के अध्यक्ष) : डेंगू ऐसी महामारी है जिसका प्रकोप ग्रामीण इलाकों, शहरों और रिहायशी इलाकों मेें भी है. बांगुड़ व लेकटाउन में इसका प्रभाव भी ज्यादा है.
जगदीश पांडेय (अखिल भारतीय प्रगतिशील सुल्तानपुर समाज के पदाधिकारी) : स्वच्छता से कई बीमारियों को रोका जा सकता है. डेंगू भी उसमें से एक है. स्वच्छता के लिए संस्थाओं को भी आगे आना चाहिए.
अनिल चौधरी (विशुद्धानंद अस्पताल के पदाधिकारी) : अपने शरीर को साफ रखने की जिम्मेदारी खुद की है तो घर और आसपास की सफाई की जिम्मेदारी भी हमें लेनी होगी.
कमल कुमार सोनी (मैढ़ क्षत्रिय समाज से जुड़े) : मौजूदा समय में डेंगू का प्रकोप बढ़ गया है. प्रशासन को इसके लिए कारगर तरीका अपनाने की जरूरत है. मेरा सुझाव है कि एक ही समय सभी इलाकों में मच्छरों को मारने के लिए दवा छिड़काव किया जाये.
नीलेश जैन (व्यवसायी) : हाल ही में होने वाली बारिश ने डेंगू के खतरे को और बढ़ा दिया है. डेंगू समेत अन्य मच्छरजनित बीमारियों से निबटने के लिए पहले से सटीक कदम उठाने चाहिए थे. प्रशासक का रवैया सुस्त है. डेंगू के प्रकोप से बचने के लिए जागरूकता काफी अहम है.
परिचर्चा के दौरान लाल बहादुर शास्त्री मिशन फाउंडेशन के उपाध्यक्ष विश्वनाथ अग्रवाल, सामाजिक कार्यकर्ता राजेश साव समेत अन्य गणमान्य मौजूद रहे.