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VIDEO में बोल रहा है तृणमूल कांग्रेस के विधायक का बेटा, मेरे पिता ने एक व्यक्ति को ऐसे मारा, मुकुल रॉय का दावा

नवीन कुमार @ कोलकाता पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ मुकुल रॉय ने बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के नेता हत्या करवाते हैं. राज्य में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है. ममता बनर्जी नेअपनी पार्टी का मोनेटाईजेशन करवा दिया है. मुकुल रॉय ने […]

नवीन कुमार @ कोलकाता

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ मुकुल रॉय ने बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के नेता हत्या करवाते हैं. राज्य में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है. ममता बनर्जी नेअपनी पार्टी का मोनेटाईजेशन करवा दिया है. मुकुल रॉय ने शनिवार को कहा कि जल्द ही वह एक वीडियो जारी करेंगे, जिसमें तृणमूल कांग्रेस के एक विधायक का बेटा यह बतायेगा कि कैसे उसके पिता ने एक व्यक्ति की हत्या की.

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जागो बांग्ला और विश्व बांग्ला के लोगो और कंपनी के मालिकाना हक को लेकर मुकुल राॉय द्वारा उठाये गये सवाल पर मचे विवाद ने शनिवार को तूल पकड़ लिया. प्रदेश भाजपा मुख्यालय में कैलाश विजयवर्गीय और दिलीप घोष की मौजूदगी में मुकुल ने इस बार ममता बनर्जी को भी घेरा. उन्होंने कहा कि अलीपुरदुआर कोर्ट में अभिषेक ने अपने हलफनाम में साफ कहा है कि कंपनी बनाने व लोगो का अधिकार अपने नाम कराने संबंधी मामले में उन्होंने कुछ नहीं किया है.वह इस मामले में कहीं शामिल नहीं हैं. यह सब आल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष के निर्देश पर हुआ है.

मुकुल ने कहा कि एआईटीएमसी की अध्यक्ष मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हैं. लिहाजा, अब उनको जवाब देना होगा कि उन्होंने ऐसा क्यों किया? इतना ही नहीं, लाखों लोगों के विश्वास और भरोसे के प्रतीक तृणमूल कांग्रेस के चुनाव चिह्न का भी पेटेंट अभिषेक बनर्जी के नाम पर कराने का प्रयास किया गया था. कई आपत्तियों के कारणअबतकयह नहीं हो सका है. ऐसे में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को यह बताना होगा कि उन्होंने ऐसा क्यों किया.

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मुकुल ने कहा कि ममता को बताना होगा कि अगर उन्होंने यह सब नहीं किया, तो किसने किया. जिसने भी यह सब किया है, उसके खिलाफ क्या कार्रवाई होगी,यह भी उन्हें बताना चाहिए. मुकुल ने यह भी कहा कि उनके पिटारे में अभी और कई सबूत हैं. एक-एक कर सबको जनता के सामने लायेंगे. फिलहाल अभिषेक पर किये गये हमले के पहले चरण को वह यहीं रोक रहे हैं.

इसके साथ ही मुकुल रॉय ने स्पष्ट कर दिया कि अब अभिषेक बनर्जी के हलफनामे के आधार पर उनके निशाने पर मुख्यमंत्री आ गयीहैं. इससे पता चलता है कि अभिषेक बनर्जी को फायदा पहुंचाने के लिए यह सब मुख्यमंत्री ने कराया है. मुकुल ने कहा कि जब 10 नवंबर को उन्होंने रानी रासमणि की सभा में जागो बांग्ला और विश्व बांग्ला के लोगो और उसके व्यक्तिगत मालिकाने की कंपनी होने का आरोप लगाया था, तो राज्य के गृह सचिव ने बाकायदा संवाददाता सम्मेलन कर उस पर मालिकाना हक राज्य सरकार का बताया था. उन्होंने कहा था कि किसी ने गलत उद्देश्य से उसके लोगो का उपयोग करना चाहा है.

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राज्य के गृह सचिव की इस सफाई पर भी मुकुल राॅय ने सवाल उठाये हैं. उन्होंने कहा कि अगर किसी आम आदमी ने ऐसा काम किया होता, तो ममता बनर्जी की पुलिस ने उसे अलीपुर सेंट्रल जेल पहुंचादियाहोता. फिर इस मामले में कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई. उन्होंने कहा कि वह अलीपुरदुआर कोर्ट के आदेश का किसी भी तरह से उल्लंघन नहीं कर रहे हैं. मुकुल दा ने साफ किया कि कोर्ट ने कहा है कि किसी विकृत तथ्य को आधार बनाकर किसी भी तरह की बयानबाजी नहीं की जा सकती है.

उन्होंने कहा कि वह किसी भी विकृत तथ्य के आधार पर कोई बात नहीं कह रहे. उनके पास तथ्य है और उसी के आधार पर वह आगे बढ़ रहे हैं. मुकुल राॅय ने कहा कि अभी भी उनके पास तृणमूल कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की काली करतूत के कई सबूत हैं. जल्द ही उनका भी खुलासा किया जायेगा.

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नोटबंदी का विरोध करने वाली तृणमूल कांग्रेस के फैसले पर कटाक्ष करते हुए मुकुल दा ने कहा कि बंगाल में राजनीति का मोनेटाईजेशन हो गया है. एक बार फिर फोन टैपिंग मामले में राज्य सरकार को घेरते हुएमुकुल रॉय ने कहा कि उनकी याचिका को खारिज कराने के लिए राज्य सरकार ने दिल्ली हाईकोर्ट में नौ वकीलों को उतारा था, जिसमें एक नामचीन वकील भी थे. वे चाह रहे थे कि किसी भी तरह से यह याचिका खारिज हो जाये. लेकिन, जब कोर्ट ने उन लोगों से कहा कि राज्य सरकार लिखित दे दे कि किसी भी तरह की फोन टैपिंग नहीं हुई है, तो यह याचिका खारिज हो जायेगी. किसी ने लिखकर नहीं दिया. इस पर कोर्ट ने एक महीने में राज्य सरकार से जवाब मांगा है.

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