महानगर में बोले अखिलेश: लोकसभा चुनाव में सपा की होगी अहम भूमिका, ममता बनर्जी के साथ है सपा
कोलकाता: बंगाल की मुख्यमंत्री सह तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी की हर लड़ाई में समाजवादी पार्टी (सपा) उनके साथ है. सुश्री बनर्जी ने केंद्र सरकार के खिलाफ सभी विपक्षी पार्टियों को एकजुट होने का आह्वान किया है. उनके इस सुझाव का हम स्वागत करते हैं और हम उनके साथ हैं. ये बातें शनिवार को उत्तर […]
कोलकाता: बंगाल की मुख्यमंत्री सह तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी की हर लड़ाई में समाजवादी पार्टी (सपा) उनके साथ है. सुश्री बनर्जी ने केंद्र सरकार के खिलाफ सभी विपक्षी पार्टियों को एकजुट होने का आह्वान किया है. उनके इस सुझाव का हम स्वागत करते हैं और हम उनके साथ हैं. ये बातें शनिवार को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महाजाति सदन में आयोजित पार्टी के राज्य सम्मेलन में कही.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ लड़नेवालों का साथ सपा देगी. नोटबंदी एवं बिना तैयारी जीएसटी लागू करने के फैसले पर सपा अध्यक्ष ने कहा कि नोटबंदी ने आम जनता की कमर तोड़ दी. जब बिना तैयारी जीएसटी लागू किया गया तो यह व्यवसायियों के लिए नुकसानदेह साबित हुआ. गुजरात विधानसभा चुनाव पर श्री यादव ने कहा कि वह चुनाव प्रचार के लिए गुजरात जायेंगे. लोगों को भाजपा के झूठे प्रचार अभियान के प्रति सतर्क करना है. साथ ही उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव में सपा की महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने का दावा किया. उन्होंने कहा कि यूपी बड़ा क्षेत्र है, जहां 80 लोकसभा सीटें हैं. असली ताकत गरीब, किसानों और गांवों में है. भाजपा सरकार का अगर तीन साल का आंकलन करें, तो यह सामने आयेगा कि आखिरकार उन्होंने गरीबों के लिए क्या किया. पिछले तीन वर्षों में गरीब और गरीब हुआ है. नोटबंदी व जीएसटी की वजह से रोजगार छीना, देश की अर्थ-व्यवस्था ध्वस्त कर दी.
जन्मेजय ओझा चुने गये प्रदेश अध्यक्ष : राज्य सम्मेलन के दौरान सपा के प्रदेश अध्यक्ष जन्मेजय ओझा को चुना गया. यह जानकारी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा ने दी. मौके पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री आजम खान, तुषार चटर्जी, श्यामधर पांडेय, रंजीत जाना, अफरोज अंसारी आदि मौजूद थे.
इवीएम में गड़बड़ी का लगाया आरोप : उत्तर प्रदेश के गत विधानसभा चुनाव का हवाला देते हुए श्री यादव ने ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि जहां ईवीएम की व्यवस्था थी वहां भाजपा को 45 प्रतिशत वोट मिले और जहां बैलेट पेपर के जरिये मतदान हुए वहां भाजपा को 15 प्रतिशत वोट मिले. केंद्र सरकार की नीतियों की वजह से देश में सांप्रदायिकता को बढ़ावा मिल रहा है. सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ने के लिए धर्मनिरपेक्ष दलों को और मजबूत होने की जरूरत है.