सीएम को अपशब्द कहनेवाले को बेधड़क मारो : अरूप
हावड़ा: उत्तर हावड़ा की एक तंग गली में सभा को संबोधित करते हुए समवाय मंत्री अरूप राय ने खुलेआम चेतावनी देते हुए कहा : मुख्यमंत्री को अपशब्द कहनेवालों को बेधड़क मारो. मैं देख रहा हूं कि कुछ लीडर फड़फड़ा रहे हैं, उछल रहे हैं. मैं कतई बर्दाशत नहीं करूंगा. मुख्यमंत्री के खिलाफ जो भी गलत […]
हावड़ा: उत्तर हावड़ा की एक तंग गली में सभा को संबोधित करते हुए समवाय मंत्री अरूप राय ने खुलेआम चेतावनी देते हुए कहा : मुख्यमंत्री को अपशब्द कहनेवालों को बेधड़क मारो. मैं देख रहा हूं कि कुछ लीडर फड़फड़ा रहे हैं, उछल रहे हैं. मैं कतई बर्दाशत नहीं करूंगा. मुख्यमंत्री के खिलाफ जो भी गलत कहेगा, उसे छोड़ना नहीं है, बल्कि उसके हाथों को तोड़ देना है. कार्यक्रम का आयोजन वार्ड नंबर 15 के ओड़ियापाड़ा के सनातन मिस्त्री लेन में किया गया था. मालूम रहे कि इस वार्ड में 40 हजार मतदाता हैं. पिछले दो चुनावों में इस वार्ड से भाजपा को लीड मिल चुका है. श्री राय के इस भाषण से विपक्षी दलों ने कड़ा एतराज जताया है.
विपक्षी दलों का कहना है कि अरूप राय का दिया गया भाषण शर्मनाक है. एक मंत्री को ऐसे शब्दों का प्रयोग करना शोभा नहीं देता है. ये जरूर है कि मुख्यमंत्री के खिलाफ अपशब्द कहना निश्चित तौर पर गलत है. अगर किसी भी दल के नेता गलत शब्द कहते हैं, तो इसकी निंदा होनी चाहिए, लेकिन एक सभा में मारपीट आैर हाथ तोड़ने की धमकी देना गलत है.
मंच से श्री राय ने कहा : मुझे किसी की राजनीति से कोई आपत्ति नहीं है. जिसको जिस दल में रुचि है, वह उस दल के लिए राजनीति कर सकता है, लेकिन अगर किसी ने मेरे लीडर के खिलाफ गलत बातें कहीं, तो बख्शा नहीं जायेगा.
मुकुल पर भी बरसे
मुकुल राय के बारे में समवाय मंत्री ने कहा : खीर खाकर दूसरे दल में जाने वाले जहां जाना चाहते हैं, वो जायें. सिर्फ याद रखे कि ममता बनजी का हाथ जिसके सिर से उठ जायेगा, वह जीरो हो जायेगा.
सनातन मिस्त्री लेन जैसी एक तंग गली में तृणमूल कांग्रेस द्वारा आयोजित की गयी सभा में मंत्री अरूप राय के पहुंचने से स्थानीय लोग भी अचरज में हैं. मालूम रहे कि पिछले दिनों इस वार्ड में बुनियादी सुविधाओं के अभाव को लेकर भाजपा की ओर से लगातार आंदोलन किया गया था. मंच नहीं बनाने देने को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने सड़क अवरोध भी किया था. माना जा रहा है कि रविवार की यह सभा भाजपा को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए किया गया था.
मौके पर खेल राज्यमंत्री लक्ष्मी रतन शुक्ला ने कहा कि कुछ लोग हिंदु और मुस्लिमों में भेदभाव पैदा कर रहे हैं. हमें उनका जवाब देना होगा. उन्होंने ऐसे दलों से लोगों को सावधान रहने को कहा है. सभा में उपस्थित भाटपाड़ा के विधायक अर्जुन सिंह ने कहा कि ममता बनर्जी के मन में किसी जाति और संप्रदाय के प्रति कोई भेदभाव नहीं है. यही कारण है कि उन्होंने छठ पूजा के लिए दो दिनों की छुट्टी की घोषणा की. अब उच्च माध्यमिक परीक्षा के प्रश्न पत्र भी हिंदी में कराने का फैसला लिया. उन्होंने कहा कि देश की जनता ममता बनर्जी को अब प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहती है और हम यह साबित करके रहेंगे. इस मौके पर अन्य तृणमूल नेता भी शामिल थे.
कांग्रेस-माकपा का नाम लिया, लेकिन भाजपा का नहीं
सभा में श्री राय ने कांग्रेस आैर माकपा का तो नाम लिया, लेकिन भाजपा का नाम लिये बिना कहा : मुझे किसी की राजनीति से कोई आपत्ति नहीं है, जिसको जिस दल में रुचि हो, वह उसके लिए राजनीति कर सकता है, लेकिन अगर किसी ने मेरे लीडर के खिलाफ गलत बातें कहीं, तो नहीं बख्शा जायेगा.
बयान पर भड़का विपक्ष
2014 के लोकसभा चुनाव में इस वार्ड से भाजपा 7000 वोट से लीड की थी. 2016 के विधानसभा चुनाव में फिर से सत्ता पक्ष को इस वार्ड में झटका लगा. इस चुनाव में भाजपा 5000 वोट से आगे रही. आैर यह तब हुआ जब वर्ष 2013 के निगम चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार करीब 2000 वोटों से विजयी हुए थे. इससे साफ समझ में आता है कि निगम चुनाव में किस तरीके से चुनाव जीता गया था. एक मंत्री के भाषण में शब्दों का चयन ठीक होना चाहिए. भाषण की जितनी निंदा की जाये, उतना कम होगा.
आनंद सोनकर, जिला सचिव, भाजयुमो
एक मंत्री के भाषण में मारपीट आैर हाथ तोड़ने जैसी भाषा अशोभनीय है. मुख्यमंत्री किसी भी दल का है, अपशब्द कहना अनुचित है. अगर कोई ऐसा कहता है तो निश्चित तौर पर कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन विपक्षी दलों को खुलेआम धमकी देना गलत है. जनता इसका हिसाब लेगी.
अनिल खटेर, उत्तर हावड़ा कांग्रेस अध्यक्ष