गोरखाओं के साथ न्याय नहीं करने का आरोप
कालिम्पोंग: गोरखालैंड राज्य निर्माण मोर्चा (गोरानिमो) ने भाजपा पर पहाड़ के गोरखाओं के साथ न्याय नहीं करने का आरोप लगाया है. मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए गोरानिमो अध्यक्ष दावा पाखरिन ने कहा कि हम अब से 4 माह और इंतज़ार करेंगे. यदि तब भी हमें न्याय नहीं मिला तो दूसरा रास्ता अख्तियार करेंगे. […]
कालिम्पोंग: गोरखालैंड राज्य निर्माण मोर्चा (गोरानिमो) ने भाजपा पर पहाड़ के गोरखाओं के साथ न्याय नहीं करने का आरोप लगाया है. मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए गोरानिमो अध्यक्ष दावा पाखरिन ने कहा कि हम अब से 4 माह और इंतज़ार करेंगे. यदि तब भी हमें न्याय नहीं मिला तो दूसरा रास्ता अख्तियार करेंगे. उन्होंने कहा कि 104 रोज तक चले अलग राज्य के आंदोलन के बाद कौन बंगाल समर्थक एवं कौन गोरखालैंड राज्य समर्थक है यह साफ हो गया है.
आज पत्रकारों से बात करते हुए गोरानिमो अध्यक्ष दावा पाखरिन ने कहा कि गोरामुमो ने छठी अनुसूची के मसले को साइड करने के लिये पर्वतीय विकास परिषद तो विनय तमांग एवं अनित थापा ने जीटीए-2 ग्रहण कर लिया. यह लोग अब बंगाल सरकार के इशारे पर नाच रहे हैं. आज की जनता विवेकशील है जिसे सभी की समझ है.
उन्होंने कहा कि आंदोलन के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री के साथ एक अगस्त को हुई बात में गृहमंत्री उनकी समस्या सुनकर उन्हें बंगाल सरकार से बात करने का सुझाव दिया था. तब उन्होंने गृहमंत्री से कहा था कि बंगाल में नहीं जाएंगे जिसके बाद उन्होंने राज्य की मुख्यमंत्री से बात करने की सलाह दी. जब वह सांसद अहलुवालिया के आवास गए तब सांसद ने उनपर गृहमंत्री से साथ बैठक को खराब करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पार्टी 10 दिसंबर को दिल्ली जाकर कार्यक्रम करेगी. अलग राज्य का कोई विकल्प नहीं है.
बंगाल सरकार से सहूलियतें लेकर अलग राज्य का राग अलापा नहीं जा सकता है. बंगाल की चापलूसी करने वालों को उन्होंने सोच समझकर राजनीति करने का सुझाव दिया. कहा कि हमारी पार्टी को कार्यक्रम करने के लिये अनुमति नहीं मिल रही है. जबकि विनय गुट या गोरामुमो या तृणमूल कांग्रेस को सभा करने की अनुमति आसानी से मिल जाती है.