अस्पताल में बच्ची की मौत, इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप

27 अक्तूबर को हुआ था ऑपरेशन, 29 को हुई मौत हावड़ा : शहर के एक प्रतिष्ठित निजी अस्पताल में एक मासूम की मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टर और अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ वेस्ट बंगाल क्लिनिकल एस्टाब्लिश्मेंट रेगुलेटरी कमीशन में शिकायत दर्ज करायी है. साथ ही मुख्यमंत्री से भी इंसाफ की गुहार लगायी है. घटना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 9, 2017 5:39 AM

27 अक्तूबर को हुआ था ऑपरेशन, 29 को हुई मौत

हावड़ा : शहर के एक प्रतिष्ठित निजी अस्पताल में एक मासूम की मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टर और अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ वेस्ट बंगाल क्लिनिकल एस्टाब्लिश्मेंट रेगुलेटरी कमीशन में शिकायत दर्ज करायी है. साथ ही मुख्यमंत्री से भी इंसाफ की गुहार लगायी है. घटना आंदुल रोड स्थित एक अस्पताल की है, जहां ऑपरेशन के बाद 10 साल की रितोजा बनर्जी की मौत हो गयी. अस्पताल की ओर से दी गयी जानकारी में बताया गया है कि मरीज को बचाने के लिए भरसक कोशिश की गयी थी लेकिन सफलता नहीं मिली. रितोजा श्री शिक्षायतन स्कूल में चौथी कक्षा की छात्रा थी. वह चटर्जीहाट थाना अंतर्गत शरत चटर्जी रोड स्थित आनंदधारा अपार्टमेंट की रहनेवाली थी.
जानकारी के अुसार, गॉल ब्लैडर में पथरी होने के कारण रितजा को ऑपरेशन के लिए यहां भर्ती कराया गया. 27 अक्तूबर को उसका ऑपरेशन हुआ. इसके बाद उसके पेट में दर्द शुरू हो गया. मां का आरोप है कि बार-बार दर्द की शिकायत करने के बावजूद अस्पताल प्रबंधन ने ध्यान नहीं दिया. ऑपरेशन के बाद रितोजा को नींद नहीं आ रही थी. 28 अक्तूबर को डॉक्टरों ने उसका परीक्षण किया. 29 अक्तूबर की सुबह 10 बजे रितोजा को आइसीयू में भेजा गया. वहां से वह कोमा चली गयी. इसके तुरंत बाद उसकी मौत हो गयी. मां ने कहा कि ऑपरेशन के बाद से ही उसका पेट फूलना शुरू हो गया था. बार-बार केबिन से कॉल बेल बजाने के बाद भी कोई नहीं आया.
बेटी की मौत से सब कुछ तबाह हो गया. हमने उस घर में रहना भी छोड़ दिया, जहां पहले रहते थे. उस घर से रितोजा की यादें जुड़ी हुई हैं. मुझे सिर्फ इंसाफ चाहिए. मुख्यमंत्री से हम दोनों ने गुहार लगायी है.
राजीव बनर्जी, पिता.

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