राज्य सरकार ने श्रमिकों के कल्याण को लेकर दिखायी गंभीरता, चाय श्रमिकों की समस्याओं पर 22 को सिलीगुड़ी में बैठक
दार्जिलिंग: राज्य सरकार चाय बागान के श्रमिकों की मजदूरी वृद्धि समेत विभिन्न समस्याओं को लेकर आगामी 22 दिसंबर को त्रिपक्षीय वार्ता सिलीगुड़ी में आयोजित करने जा रही है. इसमें श्रम मंत्री मलय घटक उपस्थित रहेंगे. यह जानकारी शनिवार को जीटीए के महासचिव और जीटीए के कार्यवाहक वाइस चेयरमैन अनित थापा ने प्रेस विज्ञप्ति के जरिये […]
दार्जिलिंग: राज्य सरकार चाय बागान के श्रमिकों की मजदूरी वृद्धि समेत विभिन्न समस्याओं को लेकर आगामी 22 दिसंबर को त्रिपक्षीय वार्ता सिलीगुड़ी में आयोजित करने जा रही है. इसमें श्रम मंत्री मलय घटक उपस्थित रहेंगे. यह जानकारी शनिवार को जीटीए के महासचिव और जीटीए के कार्यवाहक वाइस चेयरमैन अनित थापा ने प्रेस विज्ञप्ति के जरिये दी है. उन्होंने बताया कि गोजमुमो के प्रयास से ही राज्य सरकार ने उनकी कई जरूरी मांगें मानी हैं. इनमें चाय श्रमिकों की मजदूरी वृद्धि से लेकर न्यूनतम मजदूरी निश्चित करने, बंद चाय बागानों के कारगर संचालन व अन्य श्रमिक कल्याण से संबंधित मांगें शामिल हैं.
अनित थापा ने बताया कि शुरू से गोजमुमो चाय श्रमिकों की मांगों के प्रति संवेदनशील रहा है. इसके लिये राज्य सरकार से लगातार बातचीत चली थी. उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही चाय श्रमिकों की बुनियादी मांगें पूरी हो जायेंगी.
उन्होंने याद दिलाते हुए कहा कि खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक ने भी उनके अनुरोध पर चाय श्रमिकों को बेमियादी बंद के दौरान बकाया राशन की आपूर्ति करने, प्रत्येक चाय बागान में एक एमआर शॉप खोलने, श्रम कार्यालय और स्वास्थ्य केंद्र स्थापित करने, राशन गोदामों का निर्माण करने की मांगें मान ली थीं. हम गोजमुमो और जीटीए की ओर से राज्य सरकार के समक्ष जनहित के मामलों को उठाते रहेंगे जब तक कि जनता की बुनियादी समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता है. हम इन चाय श्रमिकों के हक के लिए अंतिम सांस तक आवाज उठाते रहेंगे.