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रेडलाइट एरिया से भागी युवती ने किया देह व्यापार के बड़े रैकेट का खुलासा, बांग्लादेश से नासिक व कोलकाता में बेची गयी
कोलकाता/नासिक. नासिक में हुई एक घटना से एक बार फिर खुलासा हुआ है कि बड़े पैमाने पर बांग्लादेश से लड़कियों की तस्करी कर उन्हें कोलकाता, मुंबई व नासिक में देह व्यवसाय के धंधे में झोंका जा रहा है. यह खुलासा कोलकाता के एक रेडलाइट एरिया से बचकर भागी लड़की ने किया है. पीड़िता भागकर नासिक […]
कोलकाता/नासिक. नासिक में हुई एक घटना से एक बार फिर खुलासा हुआ है कि बड़े पैमाने पर बांग्लादेश से लड़कियों की तस्करी कर उन्हें कोलकाता, मुंबई व नासिक में देह व्यवसाय के धंधे में झोंका जा रहा है. यह खुलासा कोलकाता के एक रेडलाइट एरिया से बचकर भागी लड़की ने किया है.
पीड़िता भागकर नासिक आयी. उसने बांग्लादेश से कोलकाता और नासिक, मुंबई तक फैले मानव तस्करी और देह व्यवसाय से जुड़े गिरोह का खुलासा किया. पीड़िता से जानकारी मिलते ही नासिक पुलिस ने तीन लोगों को दबोचा है. आरोपियों के नाम नंदकिशोर गंगावाणे उर्फ नानी, विशाल नंदकुमार गंगावाणे व सोनू नरहरि देशमुख बताये गये हैं.
घुमाने के बहाने बांग्लादेश से नासिक लाकर अपनी मौसी ने बेचा
बंगाल में मानव तस्कर गिरोह सक्रिय
नासिक पुलिस सूत्रों के अनुसार पश्चिम बंगाल मेें बांग्लादेश से कोलकाता और फिर दूसरे राज्यों में लड़कियों की तस्करी करने का गिरोह सक्रिय है. इस मामले की जांच के तहत नासिक पुलिस की एक टीम जल्द कोलकाता आयेगी.
नासिक व उसके आसपास देह व्यवसाय के धंधे फूल-फल रहे हैं, लेकिन इससे जुड़े लोग अपनी ऊंची पहचान का फायदा उठाते हैं और बच निकलते हैं. इन पर अंकुश लगाना जरूरी है.
रंजना पगार, सामाजिक कार्यकर्ता व अधिवक्ता
क्या है मामला : पीड़िता के अनुसार वह मूलत: बांग्लादेश की निवासी है. उसकी मौसी माजिदा अब्दुल उसे भारत घुमाने के बहाने यहां लायी थी. आरोप के अनुसार उसने नासिक के एक रेडलाइट एरिया में उसे बेच दिया, जिसका मालिक नानी है. उसके बाद नानी के बेटे विशाल और दलाल सोनू उससे लगातार दुष्कर्म किये. उन्होंने उसे देह व्यवसाय में जाने के लिए विवश कर दिया. कुछ महीनों बाद उसे मुंबई के एक रेडलाइट एरिया में बेच दिया गया, जहां से फिर उसे कोलकाता में बेचा गया. वह किसी तरह से कोलकाता से भागने में कामयाब रही और वापस नासिक आ गयी और पुलिस से िशकायत की.
बांग्लादेश से नासिक…
पुलिस को पूरी बात पता चलते ही नानी, विशाल, सोनू समेत छह लोगों के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 366 (बी), 368, 372, 373, 376 (2) (एन), 376 (डी) और इमोरल ट्रैफिक प्रिवेंशन एक्ट की धारा पांच और छह के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की. जांच के बाद गत गुरुवार को तीन आरोपियों को दबोच लिया गया, जबकि अन्य तीन की तलाश जारी है.
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