रैगिंग के साथ अन्य शिकायतें ऑनलाइन दर्ज कर सकेंगे छात्र

ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआइसीटीइ) की पहल फैकल्टी सदस्य व अन्य स्टेक होल्डर्स भी अपनी शिकायत ऑनलाइन दर्ज कर सकेंगे कोलकाता. उच्च शिक्षा विभाग द्वारा सभी सरकारी व सरकारी अनुदान प्राप्त कॉलेज- कैम्पसों में हाइ स्पीड डाटा लिंक, इंटरनेट व अन्य तकनीकी सुविधाएं बढ़ाने का निर्देश कुछ समय पहले ही दिया गया था. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 26, 2017 8:29 AM
ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआइसीटीइ) की पहल
फैकल्टी सदस्य व अन्य स्टेक होल्डर्स भी अपनी शिकायत ऑनलाइन दर्ज कर सकेंगे
कोलकाता. उच्च शिक्षा विभाग द्वारा सभी सरकारी व सरकारी अनुदान प्राप्त कॉलेज- कैम्पसों में हाइ स्पीड डाटा लिंक, इंटरनेट व अन्य तकनीकी सुविधाएं बढ़ाने का निर्देश कुछ समय पहले ही दिया गया था.
अब इस को विस्तारित करते हुए ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआइसीटीइ) ने भी इंजीनियरिंग कॉलेजों के छात्रों की समस्याएं व शिकायतें ऑनलाइन दर्ज करवाने के लिए विशेष व्यवस्था शुरू करने का निर्देश दिया है, जिससे कि किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा डा सके. ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन, देश भर में तकनीकी शिक्षा पर निगरानी का कार्य करती है. छात्रों की शिकायतों व उनके शीघ्र निपटारे के लिए इंजीनियरिंग कॉलेजों को ऑनलाइन मैकेनिज्म को मजबूत करने का निर्देश दिया गया है. यह जानकारी तकनीकी शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने दी.
ऑनलाइन शिकायत निवारण प्रणाली के जरिये संस्थानों के कामकाज में पारदर्शिता बरती जायेगी. पश्चिम बंगाल में शिक्षा विभाग द्वारा पहले ही कॉलेजों को टेक्नोलॉजी-फ्रेंडली बनाने के लिए व्यवस्था शुरू की गयी है. इससे राज्य के सभी कॉलेजों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के महत्वपूर्ण सेमिनार व महत्वपूर्ण व्याख्यानों के ऑनलाइन रिकार्ड रखने में सुविधा होगी. अब एआइसीटीइ ने भी रैगिंग व छात्रों की अन्य एकेडमिक शिकायतों के रजिस्ट्रेशन व उनके निपटारे के लिए अनिवार्य रूप से ऑनलाइन व्यवस्था करने का आदेश दिया है.
हाल ही में एआइसीटीइ द्वारा जारी निर्देशों में एचआरडी मंत्रालय ने इस बात पर जोर दिया है कि संस्थानों में छात्रों को बेहतर परिवेश देने के लिए उन्हें अपनी समस्याएं शेयर करने का माैका मिलना चाहिए. छात्रों के अलावा फैकल्टी सदस्य व अन्य स्टेक होल्डर्स भी अपनी शिकायत ऑनलाइन दर्ज कर सकते हैं. ऑनलाइन शिकायत निवारण प्रणाली से संस्थानों पर बहुत अच्छा असर पड़ेगा.

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