बंगाल की टूंपा बनी दिल्ली की पहली महिला ई-बाइक टैक्सी चालक
कोलकाता : पुरुषों के वर्चस्व वाले परिवहन और वाहन चालन क्षेत्र में अपनी काबिलियत साबित करते हुए पश्चिम बंगाल की एक युवती दिल्ली में ई-बाइक टैक्सी की पहली महिला चालक बन यह दिखा दिया कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं. टूंपा बर्मन (21) एक सामान्य परिवार की बेटी है. 12वीं की पढ़ाई […]
कोलकाता : पुरुषों के वर्चस्व वाले परिवहन और वाहन चालन क्षेत्र में अपनी काबिलियत साबित करते हुए पश्चिम बंगाल की एक युवती दिल्ली में ई-बाइक टैक्सी की पहली महिला चालक बन यह दिखा दिया कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं. टूंपा बर्मन (21) एक सामान्य परिवार की बेटी है. 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह अपने परिवार की आर्थिक रूप से सहयोग करना चाहती थी. यही वजह है कि वह पिलॉन नामक संस्था से जुड़ गयी.
संस्था में उसने एक महिला चालक की नौकरी कर ली जिसमें उसे सुबह आठ से शाम छह बजे तक महिलाओं को ई-बाइक टैक्सी से गंतव्य ले जाना होता है. टूंपा का कहना है कि वाहन चालक की नौकरी पाने के बाद उसका आत्मविश्वास और मनोबल काफी बढ़ा है. उसे गर्व महसूस होता है कि वह दिल्ली की पहली महिला ई-बाइक टैक्सी चालक है. पिलॉन संस्था सस्ती दर पर बैटरी से चलने वाली ई-बाइक टैक्सी सेवा मुहैया कराती है.
मौजूदा समय में संस्था की और से ई-बाइक टैक्सी सेवा करोलबाग और झंडेवालान क्षेत्र के पांच किलोमीटर के दायरे में प्रदान की जाती है. इस सेवा से विद्यार्थी, ऑफिस जानेवाले व आम लोग भीड़भाड़ से बचते हैं. करीब पांच किलोमीटर का किराया 15 रुपया है.