तीर्थयात्रियों से मारपीट के आरोपी जल्द पकड़े जायेंगे

सेवा शिविर का जायजा लेने पहुंचे एसडीपीओ ने कहा आउट्राम घाट से सागर मेला तक चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे से रहेगी नजर आउट्राम घाट पर भी मिलेगी ज्वार-भाटा की खबर कोलकाता. तीर्थयात्रियों की सुविधा एवं सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. आउट्राम घाट से गंगासागर मेला तक सीसीटीवी कैमरे से निगरानी हो रही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 8, 2018 8:53 AM

सेवा शिविर का जायजा लेने पहुंचे एसडीपीओ ने कहा

आउट्राम घाट से सागर मेला तक चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे से रहेगी नजर

आउट्राम घाट पर भी मिलेगी ज्वार-भाटा की खबर

कोलकाता. तीर्थयात्रियों की सुविधा एवं सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. आउट्राम घाट से गंगासागर मेला तक सीसीटीवी कैमरे से निगरानी हो रही है. यह जानकारी एसडीओ (अलीपुर) सह आउट्राम गंगासागर मेला के प्रभारी प्रलय मजूमदार ने दी. वह मेला की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि साफ-सफाई का काम तेजी से चल रहा है.

कहीं-कहीं थोड़ा कचरा पड़ा है, जिसे नगर निगम की गाड़ियां जल्द उठा ले जाएंगी. आउट्राम घाट से गंगासागर के लिए रवाना होने वाली सभी बसों की निगरानी प्रशासन कर रहा है. इस वर्ष कुंभ मेला नहीं होने के कारण गंगासागर तीर्थयात्रियों की संख्या ज्यादा होने की संभावना है. तीर्थयात्रियों को लॉट नंबर आठ और कचुबेड़िया के मध्य चलने वाली फेरीसेवा में ज्वार-भाटा के समय असर पड़ता है. इस कारण उन्हें घंटों लाइन में खड़ा रहना पड़ता है.

इसलिए ज्वार-भटा की जानकारी एलसीडी के माध्यम से तीर्थयात्रियों को गंगासागर एवं आउट्राम घाट पर दी जायेगी. राजस्थानी तीर्थयात्रियों के साथ कचुबेड़िया में हुई मारपीट पर एसडीओ ने कहा कि पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे. बाहर से आनेवाले लोग हमारे अतिथि हैं. उनके साथ ऐसा व्यवहार अच्छा नहीं है. इस मामले को हमने गंभीरता से लिया है.

मेला संयुक्त समिति के अध्यक्ष तारकनाथ त्रिवेदी ने बताया कि तीर्थयात्रियों पर हमले की जानकारी हमने जिलाधिकारी को जानकारी दी. उन्होंने तुरंत कचुबेड़िया में पुलिसकर्मियों को तैनात करने का आश्वासन दिया. इस तरह की घटना रोकने के लिए प्रशासन आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करेगा. गंगासागर और आउट्राम में तो संस्थाएं शिविर लगाती हैं लेकिन कचुबेड़िया और आठ नंबर लाट पर भी एनजीओ को तैनात करने की जरूरत है.

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