सर्विस टैक्स के रूप में आता है 33 प्रतिशित अप्रत्यक्ष कर

कोलकाता: सेंट्रल एक्साइज व सर्विस टैक्स की चीफ कमिश्नर (कोलकाता जोन) कामेश्वरी सुब्रमण्यम का कहना है कि अप्रत्यक्ष कर का 33 प्रतिशत सर्विस टैक्स के रूप में आता है. कलकत्ता चेंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित एक परिचर्चा में श्रीमती सुब्रमण्यम ने कहा कि इस वर्ष कोलकाता जोन से सर्विस टैक्स के रूप में 800 करोड़ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 1, 2014 8:05 AM

कोलकाता: सेंट्रल एक्साइज व सर्विस टैक्स की चीफ कमिश्नर (कोलकाता जोन) कामेश्वरी सुब्रमण्यम का कहना है कि अप्रत्यक्ष कर का 33 प्रतिशत सर्विस टैक्स के रूप में आता है.

कलकत्ता चेंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित एक परिचर्चा में श्रीमती सुब्रमण्यम ने कहा कि इस वर्ष कोलकाता जोन से सर्विस टैक्स के रूप में 800 करोड़ जमा किया गया है, पर इसके बावजूद जोन अभी तक अपने लक्ष्य से दूर है. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में हमारे विभाग का लक्ष्य एक सहायक के रूप में काम करना और कर संग्रह की दिशा में एक गैर सलाहकार दृष्टिकोण अपनाना है.

उन्होंने कहा कि टैक्स का अनुपालन करना देश के हर नागरिक का अनिवार्य दायित्व है. वहीं, कलकत्ता चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष आरके छाजर ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में सर्विस सेक्टर की हिस्सेदारी उल्लेखनीय रूप से बढ़ रही है. भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में सर्विस सेक्टर का योगदान 69 प्रतिश्त है. देश के सकल घरेलू उत्पाद में सर्विस सेक्टर का योगदान सबसे अधिक है, लेकिन सरकारी खजाने में इसका योगदान अभी भी कम है.

Next Article

Exit mobile version