दिसंबर तक खुले में शौच मुक्त राज्य होगा बंगाल

अब तक बंगाल के आठ जिले ओडीएफ की सूची में शामिल कोलकाता : राज्य के आठ जिले- नदिया, उत्तर व दक्षिण 24 परगना, पूर्व व पश्चिम ब‌र्दवान, कूचबिहार, हुगली और पूर्व मेदिनीपुर पहले ही खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) घोषित किए जा चुके हैं. इनमें से नदिया देश का पहला जिला है, जिसे सर्वप्रथम ओडीएफ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 4, 2018 4:06 AM

अब तक बंगाल के आठ जिले ओडीएफ की सूची में शामिल

कोलकाता : राज्य के आठ जिले- नदिया, उत्तर व दक्षिण 24 परगना, पूर्व व पश्चिम ब‌र्दवान, कूचबिहार, हुगली और पूर्व मेदिनीपुर पहले ही खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) घोषित किए जा चुके हैं. इनमें से नदिया देश का पहला जिला है, जिसे सर्वप्रथम ओडीएफ घोषित किया गया था. मार्च 2018 तक हावड़ा व मालदा भी ओडीएफ जिला घोषित हो जायेगा. इसके बाद मुर्शिदाबाद, दक्षिण दिनाजपुर व वीरभूम भी ओडीएफ जिले बन जायेगा.
एक अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार ने दिसंबर 2018 तक बाकी बचे जिलों में भी शौचालयों का निर्माण कराकर पूरे राज्य को ओडीएफ बनाने का लक्ष्य तय किया है. प्रत्येक शौचालय के निर्माण के लिए राज्य व केंद्र सरकार संयुक्त रूप से 12000 रुपये दे रही है.
अधिकारी ने बताया कि शौचालयों के उपयोग करने को लेकर भी विभाग की ओर से बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. कई जिलों में डीएम के नेतृत्व में टीमों का गठन किया गया है, जो सुबह के समय ग्रामीण इलाकों में जाकर लोगों को शौचालयों के इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं. इसके अलावा शौचालयों के रखरखाव के बारे में भी सरकार गांववालों को जागरूक कर रही है, क्योंकि सरकार को इस बात की भी चिंता है कि यदि शौचालयों का ठीक से उपयोग व रखरखाव नहीं किया गया तो तीन-चार साल बाद फिर से खुले में शौच शुरू हो जायेगा. इसलिए इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.

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