कोलकाता : विधाननगर के मेयर ने मांगी एक करोड़ की रंगदारी!

व्यवसायी ने लगाया आरोप, थाना में दर्ज कराया मामला, सीएम व विधाननगर सीपी से भी की शिकायत संवाददाता सम्मेलन में दिखाया बातचीत का अॉडियो-वीडियो मेयर ने आरोपों का खंडन करते हुए भाजपा की साजिश बताया कोलकाता : त्रिपुरा चुनाव के लिए तृणमूल विधायक सह विधाननगर के मेयर सब्यसाची दत्ता पर एक व्यवसायी से एक करोड़ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 14, 2018 3:15 AM

व्यवसायी ने लगाया आरोप, थाना में दर्ज कराया मामला, सीएम व विधाननगर सीपी से भी की शिकायत

संवाददाता सम्मेलन में दिखाया बातचीत का अॉडियो-वीडियो
मेयर ने आरोपों का खंडन करते हुए भाजपा की साजिश बताया
कोलकाता : त्रिपुरा चुनाव के लिए तृणमूल विधायक सह विधाननगर के मेयर सब्यसाची दत्ता पर एक व्यवसायी से एक करोड़ रुपये बतौर रंगदारी मांगने का आरोप लगा है. व्यवसायी मधुसूदन चक्रवर्ती ने इसकी शिकायत विधाननगर नॉर्थ थाना में दर्ज करायी है. साथ ही स्पीड पोस्ट और ईमेल से मुख्यमंत्री और विधाननगर के पुलिस कमिश्नर के पास भी शिकायत की है.
इस संबंध में मेयर सब्यसाची दत्ता का कहना है कि यह भाजपा की साजिश है. यदि व्यवसायी मधुसूदन के पास सबूत है तो वह पुलिस के पास जाएं . पुलिस मुझे गिरफ्तार करेगी. पुलिस जांच में पता चलेगा कि वह किस उद्देश्य से मुझ पर इल्जाम लगा रहे हैं. क्योंकि आरोप लगानेवाले को मैं पहचानता तक नहीं हूं.
व्यवसायी मधुसूदन चक्रवर्ती ने मंगलवार दोपहर में कोलकाता प्रेस क्लब में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में सबूत पेश किये. व्यवसायी ने फोन पर रंगदारी मांगने की रिकार्डिंग और वीडियो दिखाये. उन्होंने दावा किया कि अब तक वह तृणमूल कांग्रेस को प्रचार सामग्री के लिए दो लाख 30 हजार रुपये दे चुके हैं. लेकिन रुपये की मांग बढ़ती जा रही है. अब एक करोड़ रुपये मांगे जा रहे हैं. विवश होकर इसका खुलासा करना पड़ा. व्यवसायी ने यह भी कहा कि इस कदम से उनकी जान-माल को खतरा है.
व्यवसायी का आरोप है कि मेयर ने उनसे एक करोड़ रुपये मांगे हैं. दो फरवरी 2018 को उनके एक प्रतिनिधि को दो लाख 30 हजार रुपये दिये थे. तीन फरवरी को मेयर ने फोन कर और 30 लाख रुपये मांगे. पांच फरवरी को अपनी पिता की बीमारी का हवाला देकर रुपये देने में असमर्थता जताने के बाद धमकी मिलने लगी. मेयर ने धमकी देते हुए कहा कि हर हाल में रुपये देने होंगे. इस मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोई मदद नहीं कर सकती हैं, क्योंकि वह सब कुछ जानती हैं.
श्री चक्रवर्ती ने एक फोन नंबर देते हुए कहा कि इसी नंबर से उन्हें बार-बार फोन आते हैं. जब पत्रकारों ने उस नंबर पर संर्पक किया तो मेयर से बात हुई लेकिन उन्होंने मधुसूदन को पहचानने से इंकार कर दिया. व्यवसायी का दावा है कि 12 फरवरी की रात में सब्यसाची दत्ता ने फिर फोन किया था और मंगलवार को मुलाकात करने की बात कही थी.
मामला बढ़ता देख उन्होंने विधाननगर नॉर्थ थाना में शिकायत दर्ज करायी. मदद के लिए वह तृणमूल के दो वरिष्ठ नेताओं के पास भी गये थे. लेकिन उन्होंने कहा कि पैसा दे दो.
ज्ञात हो कि तृणमूल ने त्रिपुरा में पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी सब्यसाची दत्ता को सौंपी है. वहां पार्टी उन्हीं के नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है. चुनाव खर्च राजनीतिक पार्टिया चंदा से उठाती हैं. मधुसूदन चक्रवर्ती के आरोप से साबित हो गया कि तृणमूल कांग्रेस त्रिपुरा में रंगदारी के पैसे से चुनाव लड़ रही है.
मुख्यमंत्री बतायें क्या कार्रवाई करेंगी : देवश्री
प्रदेश भाजपा की महासचिव देवश्री चौधरी ने संवाददाता सम्मेलन में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से जवाब मांगा कि वह रंगदारी मांगनेवाले विधाननगर के मेयर सह विधायक सब्यसाची दत्ता के खिलाफ क्या कार्रवाई करेंगी? देवश्री ने कहा कि हाल में मुख्यमंत्री ने सरकारी मंच से कहा था कि यहां पर 200 रुपये में किसी की हत्या कर देना आमबात हो गयी है.
इस मामले में प्रशासन को सख्त होना होगा. वह कई बार सार्वजनिक मंच से कह चुकी हैं कि सिंडिकेट चलाने वाले, रंगदारी वसूलने वाले लोगों के लिए पार्टी में कोई जगह नहीं है. अब वह बतायें कि विधाननगर मेयर को कब पार्टी से निष्कासित करेंगी. बंगाल के मौजूदा हालात को देखते हुए कहा जा सकता है कि मुख्यमंत्री के हाथ से सबकुछ खिसकता जा रहा है. अपराधियों के हौसले बुलंद हैं. प्रशासन बेबस और लाचार है.
भाजपा की साजिश है : फिरहाद
शहरी विकाश मंत्री फिरहाद हकीम ने विधाननगर मेयर पर आरोप लगाने वाले व्यवसायी मधुसूदन चक्रवर्ती को भाजपा का एजेंट करार दिया. उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में पार्टी की कमान संभाल रहे सब्यसाची दत्ता ने भाजपा को परेशान कर रखा है. उनकी वजह से त्रिपुरा में भाजपा को नुकसान हो रहा है. इसलिए भाजपा कोलकाता के इस व्यवसायी को सामने लाकर साजिश कर रही है.
आरोप लगानेवाला मधुसूदन चक्रवर्ती खुद एक ठग है. वह जेल भी जा चुका है. उसके खिलाफ तीन मामले कोर्ट में चल रहे हैं. यदि वह सच बोल रहा है तो पुलिस के पास जाये. पुलिस मामले की तह तक जाएगी. सव्यसाची खुद वकील हैं. वह इस मामले को कानूनी रूप से लड़ेंगे. फिलहाल वह त्रिपुरा चुनाव में व्यस्त हैं.

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