प्रदूषित जल पीने से प्रतिवर्ष 20 लाख लोगों की मौत

मृत्तिका की ओर से जल संरक्षण पर संगोष्ठी कोलकाता : प्रदूषित जल का सेवन करने से प्रतिवर्ष 20 लाख लोगों की मौत हो जाती है. 21 फीसदी कम्यूनिकेबल बीमारियों की वजह प्रदूषित जल है. हर साल इसी जल के सेवन से 5 करोड़ लोग आंत व पेट की बीमारियों की चपेट में आते हैं. यह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 14, 2018 3:28 AM

मृत्तिका की ओर से जल संरक्षण पर संगोष्ठी

कोलकाता : प्रदूषित जल का सेवन करने से प्रतिवर्ष 20 लाख लोगों की मौत हो जाती है. 21 फीसदी कम्यूनिकेबल बीमारियों की वजह प्रदूषित जल है. हर साल इसी जल के सेवन से 5 करोड़ लोग आंत व पेट की बीमारियों की चपेट में आते हैं. यह जानकारी जादवपुर विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ वॉटर रिसोर्सेज इंजीनियरिंग के संयुक्त निदेशक डाॅ पंकज कुमार राय ने दी. वह नेशनल लाइब्रेरी व जल संरक्षण पर काम करने वाली स्वयंसेवी संस्था मृत्तिका द वारियर के संयुक्त तत्वावधान में अायोजित संगोष्ठी पर बोल रहे थे.
उन्होंने मिनरल वाटर से जुड़ी कई भ्रांतियों के बारे भी बतलाया. वर्तमान में जल को अधिक शोधन करके उसमें व्याप्त जरुरी बैक्टीरिया को नष्ट करने से भी हमारा स्वास्थ्य प्रभावित होता है. इसके अलावा उन्होंने वर्षा के जल संरक्षण व गंगा में बगैर ट्रीटमेंट किए प्रदूषित जल के बारे में भी जानकारी दी. इस अवसर पर नेशनल लाइब्रेरी के महानिदेशक डाॅ अरुण कुमार चक्रवर्ती ने स्वागत भाषण दिया वहीं मृत्तिका के अर्णव सरकार ने धन्यवाद ज्ञापन किया.

Next Article

Exit mobile version