हिली-बालुरघाट राजमार्ग किनारे कचरे के ढेर
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लालपुर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट केंद्र पड़ा है बेकार
धलपाड़ा ग्राम पंचायत संचालन में नहीं दिखा रही रुचि
बालुरघाट : स्वच्छ भारत अभियान और निर्मल बांग्ला के तहत अनुमोदित करोड़ों रुपये की सरकारी परियोजनाओं में लूट चल रही है. हिली की धलपाड़ा ग्राम पंचायत की वेस्ट मैनेजमेंट (कचरा प्रबंधन) परियोजना इसकी मिसाल है. परियोजना ठप रहने के कारण हिली-बालुरघाट 512 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे कचरे का ढेर लगा है. इससे निकलनेवाली दुर्गंध ने इस रास्ते से गुजरनेवालों की नाक में दम कर रखा है. पर्यावरण प्रदूषण की भी पंचायत प्रबंधन को परवाह नहीं है. इसे लेकर लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है.
निर्मल बांग्ला मिशन के तहत हिली की धलपाड़ा ग्राम पंचायत में वित्त वर्ष 2016-17 में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट परियोजना चालू की गयी. इसके लिए लगभग 20 लाख रुपया खर्च कर लालपुर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट केंद्र बनाया गया. वहां जैविक व अजैविक कचरे को रखने के लिए अलग-अलग जगह बनायी गयी. जैविक कचरे से जैविक खाद बनाकर इलाके के किसानों में बांटने की व्यवस्था भी की गयी थी. लेकिन चालू होने के बाद थोड़े ही दिनों में पंचायत प्रबंधन की रुचि इस परियोजना में नहीं रही. इसके चलते यह परियोजना स्थल असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया है. परियोजना स्थल शराब की खाली बोतलों से पटा पड़ा है. दूसरी ओर पंचायत अपना सारा कचरा राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे डाल रही है.
गंदगी को लेकर इलाकावासियों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है. लेकिन पंचायत प्रधान उज्ज्वल मंडल उल्टे ग्रामीणों को ही दोषी ठहराते हैं. उनका कहना है कि लोगों में अभी जागरूकता का अभाव है. इलाके में कचरा फेंकने के लिए अलग-अलग दो वैन चालू हैं. लेकिन लोग कहीं भी कचरा फेंक देते हैं. हिली बीडीओ संजय सुब्बा ने बताया कि इस घटना के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है. मामले की छानबीन की जायेगी.