प्रणब मुखर्जी को डॉक्टरेट की उपाधि
बोले प्रणब : संवैधानिक प्रतिबद्धता के कारण पहले इसे स्वीकार नहीं कर सका था हावड़ा : पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को शिवपुर स्थित भारतीय इंजीनियरिंग साइंस एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइइएसटी) ने रविवार को डॉक्टरेट की मानक उपाधि से सम्मानित किया. आइआइइएसटी के चौथे वार्षिक दीक्षांत समारोह में श्री मुखर्जी को यह सम्मान दिया गया. श्री […]
बोले प्रणब : संवैधानिक प्रतिबद्धता के कारण पहले इसे स्वीकार नहीं कर सका था
हावड़ा : पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को शिवपुर स्थित भारतीय इंजीनियरिंग साइंस एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइइएसटी) ने रविवार को डॉक्टरेट की मानक उपाधि से सम्मानित किया.
आइआइइएसटी के चौथे वार्षिक दीक्षांत समारोह में श्री मुखर्जी को यह सम्मान दिया गया. श्री मुखर्जी ने कहा कि मैं इस सम्मान के लिए आइआइइएसटी के प्रति आभार व्यक्त करता हूं. मैं इसे विनम्रता के साथ स्वीकार करता हूं. संस्थान के निदेशक ने पहले भी मुझसे यह सम्मान स्वीकार करने का आग्रह किया था, लेकिन संवैधानिक प्रतिबद्धता के कारण इसे स्वीकार नहीं कर सका. राष्ट्रपति पद से सेवानिवृत्त होने के बाद मैंने इस सम्मान को स्वीकार करने के लिए सहमति दी थी. मुझे इस सम्मान को प्राप्त करते हुए बहुत खुशी हो रही है.
इस मौके पर संस्थान के निदेशक डॉ अजय कुमार राय ने कहा कि श्री मुखर्जी के सामाजिक, आर्थिक और मानवतावादी विज्ञान और कला के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान को देखते हुए सीनेट की सिफारिश और बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अनुमोदन के बाद इस दीक्षांत समारोह में इन्हें डॉक्टरेट की मानक उपाधि से सम्मानित किया गया. पूर्व राष्ट्रपति को इस उपाधि से सम्मानित करने के बाद यह संस्थान गौरवान्वित महसूस कर रहा है.
ज्ञात हो कि दुनियाभर के 13 विश्वविद्यालय श्री मुखर्जी को मानक उपाधि से सम्मानित कर चुके हैं. रविवार को हुए दीक्षांत समारोह में श्री मुखर्जी के साथ आइआइइएसटी ने डॉ लेजर मैथ्यू और शेखर बासु को भी मानक उपाधि से सम्मानित किया.