मालदा के डॉ अनिर्वाण को ओमप्रकाश भसीन अवार्ड
देश के जाने-माने वैज्ञानिकों को मिला है यह पुरस्कार नोएडा की जेपी आइटी यूनिवर्सिटी में हैं अध्यापक मालदा : देश के चर्चित वैज्ञानिक डॉ अनिर्वाण पाठक को इस साल के श्री ओमप्रकाश भसीन अवार्ड के लिए चुना गया है. वर्तमान में वह दिल्ली के पास नोएडा स्थित जेपी इंस्टीच्यूट ऑफ इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी में बतौर […]
देश के जाने-माने वैज्ञानिकों को मिला है यह पुरस्कार
नोएडा की जेपी आइटी यूनिवर्सिटी में हैं अध्यापक
मालदा : देश के चर्चित वैज्ञानिक डॉ अनिर्वाण पाठक को इस साल के श्री ओमप्रकाश भसीन अवार्ड के लिए चुना गया है. वर्तमान में वह दिल्ली के पास नोएडा स्थित जेपी इंस्टीच्यूट ऑफ इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी में बतौर अध्यापक कार्यरत हैं. उल्लेखनीय है कि श्री ओमप्रकाश भसीन अवार्ड भारत के नोबेल पुरस्कार के रूप में जाना जाता है. जिन प्रमुख भारतीय वैज्ञानिकों को इस अवार्ड से सम्मानित किया गया है वे हैं- पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम, डॉ स्वामीनाथन, सैम पित्रोदा और राजा रमन्ना. डॉ पाठक को इस अवार्ड के मिलने की खबर से मालदा शहर में खुशी की लहर है. उनका घर मालदा शहर के अभिरामपुर में है.
डॉ. अनिर्वाण पाठक ने मालदा के जिला स्कूल से पढ़ाई की है. उसके बाद उन्होंने शांतिनिकेतन से परास्नातक करने के बाद वे शोध कार्य के लिए जर्मनी गये. वहां से लौटकर उन्होंने दिल्ली में अध्यापन करने के अलावा विज्ञान विषय में शोध कार्य में लगे. पिछले 20 साल से वे नोएडा स्थित विश्वविद्यालय में विभिन्न वैज्ञानिक सूत्रों पर शोध कार्य कर रहे हैं. 2002 से पहले उन्होंने जर्मनी के बर्लिन शहर में छह माह तक इस विषय में शोध कार्य किया.शनिवार को दूरभाष पर
डॉ पाठक ने बताया कि वे फिलहाल संचार सुरक्षा विषय पर काम कर रहे हैं. यह सुरक्षा प्रणाली बैंक एटीएम से लेकर आधार लिंक और मतदान के लिए जरूरी इवीएम में उपयोग में लाया जा सकता है. इसी क्षेत्र में शोध कार्य के लिए उन्हें पुरस्कृत किया गया है. उन्होंने बताया कि 21 मार्च को उन्हें इस अवार्ड के बारे में जानकारी दी गई. इस अवार्ड के साथ नगद एक लाख रुपये भी उन्हें दिये जायेंगे. हालांकि अवार्ड कहां और कब दिया जायेगा, यह अभी तय नहीं हुआ है. डॉ पाठक को यह अवार्ड श्री ओमप्रकाश भसीन अवार्ड फाउंडेशन की तरफ से दिया जा रहा है.
डॉ. पाठक की रिश्तेदार अनिंदिता पाठक, अभिजीत पाठक, तन्मय चक्रवर्ती का कहना है कि डॉ अनिर्वाण को बचपन से ही खेल-कूद के अलावा सुपरस्टार अमिताभ बच्चन की फिल्में देखने का शौक था. इसके साथ ही वे पढ़ाई-लिखाई में भी विलक्षण प्रतिभा के धनी थे. इस अवार्ड को हासिल कर उन्होंने परिवार का नाम रौशन किया है.