आद्रा (पुरुलिया)/कोलकाता. रामनवमी के अवसर पर निकली शोभायात्रा के दौरान पुरुलिया जिले के आड़सा थाना अंतर्गत भुरसो गांव में दो गुटों के संघर्ष में शेख शाहजहां (50) की मौत हो गयी. घटना में डीएसपी हेडक्वार्टर सुब्रत पाल एवं उनके दो अंगरक्षक अनुव्रत पाल और उदय प्रधान घायल हो गये.
घटना में दो अन्य ग्रामीण भी घायल हुए हैं. गंभीर हालत में कदम अली को पुरुलिया सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. संघर्ष के बाद गांव में तनाव है. स्थिति के मद्देनजर पुलिस पिकेट बैठायी गयी है.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि दो गुटों के बीच जमकर बमबाजी की गयी. इससे समूचे गांव में दहशत फैल गयी. लाठी, डंडे से एक दूसरे पर हमला किया गया. जमकर पथराव किया गया. घटनास्थल पर पहुंचे पुलिसकर्मियों को भी असामाजिक तत्वों ने निशाना बनाया.
डीएसपी हेडक्वार्टर समेत तीन पुलिसकर्मी जख्मी हो गये हैं. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल को उतारा गया. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. गांव में पुलिस तैनात कर दी गयी है.
उधर, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) अनुज शर्मा ने बताया कि रामनवमी का जुलूस निकाले जाने को लेकर दो गुटों में हिंसक टकराव हो गया. घायल पुलिसकर्मियों में एक डीएसपी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि घटना में कथित संलिप्तता को लेकर कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
गौरतलब है कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी भाजपा ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में रामनवमी मनाने के लिए जुलूसों का आयोजन किया था.
कई जगहों पर रामनवमी के मौके पर हथियार लेकर जुलूस निकाले गये. पश्चिमी मेदिनीपुर जिले के खड़गपुर में तलवारें और गदा के साथ निकाले गये एक जुलूस में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष देखे गये. घोष ने बताया कि रामनवमी के दिन अस्त्र पूजा करने की बरसों पुरानी हिंदू परंपरा है.
एडीजी ( कानून-व्यवस्था) अनुज शर्मा ने बताया कि पुलिस के अनुमति न देने के बावजूद विभिन्न जगहों पर हथियार ले कर जुलूस निकाले गये. इस पर पुलिस कानूनी कार्रवाई करेगी. पुरुलिया जिले के तृणमूल नेताओं ने आरोप लगाया कि विश्व हिंदू परिषद ने रामनवमी पर हथियारों के साथ जुलूस निकाला जिसमें बच्चे हथियार लिये नजर आये. संपर्क करने पर विहिप की राज्य इकाई के अध्यक्ष सचिंद्रनाथ सिंगा ने इन आरोपों को गलत बताया. पश्चिम बंगाल बाल अधिकार सुरक्षा आयोग की अध्यक्ष अनन्या चटर्जी चक्रवर्ती ने कहा कि वह इस घटना से अवगत हैं और इस पर कार्रवाई करेंगी. भाजपा और संघ परिवार के अनुषंगी संगठनों द्वारा आयोजित कार्यक्रमों के जवाब में तृणमूल कांग्रेस ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में जुलूस निकाले और राम की पूजा की.
पार्टी के एक नेता ने कहा: भाजपा राज्य के लोगों को बांटने के लिए रामनवमी का इस्तेमाल नहीं कर पायेगी. उधर, दिलीप घोष ने दावा किया कि ये रैलियां ‘हिंदू विरोधी तृणमूल सरकार’ के खिलाफ हिंदुओं को एकजुट करने की दिशा में पहला कदम है.