कोलकाता :पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में रामनवमी पर शुरू हुई हिंसा को देखते हुए सूबे के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने बुधवार को लोगों से शांति की अपील की है. राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने कहा कि हर किसी को शांतिपूर्ण तरीके से अपनी धार्मिक परंपराओं को मनाना चाहिए. हालांकि श्री त्रिपाठी रानीगंज जाने चाहते थे, लेकिन राज्य की ममता सरकार ने उन्हें वहां जाने से रोक दिया. रानीगंज जाने से रोक लगाने पर राज्यपाल नाराज हो गये.
दूसरी ओर ममता सरकार ने केंद्र के प्रस्ताव को भी खारिज कर दिया है. राज्य में हिंसा की घटना को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार ने रिपोर्ट तलब किया है. इसके साथ ही राज्य के कई जिलों मे हिंसा व अशांति की घटना के मद्देनजर अर्द्धसैनिक बल भेजने का प्रस्ताव दिया है.
* रामनवमी पर केंद्र सरकार ने ने ममता सरकार से किया रिपोर्ट तलब
रामनवमी में भड़की हिंसा के बाद केंद्र सरकार ने ममता बनर्जी सरकार से रिपोर्ट तलब की है. केंद्र ने जानना चाहा कि इन इलाकों में क्यों हिंसा फैल रही है. उल्लेखनीय है कि केंद्रीय राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो ने राज्य में हिंसा के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को दोषी करार दिया था तथा इस बाबत राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी को रिपोर्ट भी दी थी.
इधर केंद्र सरकार द्वारा रिपोर्ट तलब करने के मामले पर राज्य के शिक्षा व संसदीय मामलों के मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि इस संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. श्री चटर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार कुछ ज्यादा ही चिंता दिखा रही है. राज्य के पुलिस बल व प्रशासन हिंसा पर लगाम लगाने के लिए पर्याप्त है. उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन पर्याप्त इसकी कोशिश कर रहा है. यदि पुलिस कोशिश नहीं करती, तो डीएसपी घायल नहीं होते.
उन्होंने बाबुल सुप्रियो व रूपा गांगुली पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बाबुल सुप्रियो अपने लोकसभा केंद्र में क्यों नहीं हैं? क्या वह गाना गा रहे हैं या रूपा गांगुली अभिनय कर रही हैं. यह उन्हें मालूम नहीं है. उन्होंने कहा कि भाजपा जानबूझ कर राज्य में उत्तेजना फैलाने की कोशिश कर रही है, लेकिन राज्य की जनता उनके उकसावे में नहीं आयेगी.
* डीएसपी को देखने जाने वाले थे राज्यपाल
राज्यपाल से पूछा गया कि क्या उन्होंने राज्य सरकार को किसी तरह की सलाह दी है तो उन्होंने कहा : मुझे राज्य सरकार को जो कहना होगा, मैं अलग से कहूंगा. दूसरी ओर, राजभवन सूत्रों के अनुसार राज्यपाल रानीगंज में हिंसा में घायल डीएसपी को देखने जाने वाले थे. प्रोटोकॉल की तहत राज्य प्रशासन को इसकी जानकारी दे गयी, लेकिन राज्य प्रशासन की ओर से उन्हें फिलहाल रानीगंज नहीं जाने के लिए कहा गया है. इस पर राज्यपाल ने क्षोभ जताया है.
दूसरी ओर, राज्य के शिक्षा व संसदीय मामलों के मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि राज्यपाल रानीगंज जाना चाहते थे. इस कारण वह इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे, लेकिन वर्तमान स्थिति में रानीगंज में शांति लौटाने की जरूरत है तथा स्थानीय प्रशासन स्थिति का सामान्य करने की कोशिश कर रहे हैं. इसमें स्थानीय प्रशासन के साथ पूरा सहयोग करने की जरूरत है.