कोलकाता : चिकित्सा में लापरवाही को लेकर दो डॉक्टरों पर हुई कार्रवाई
कोलकाता : इएम बाइपास स्थित एक प्रतिष्ठित अस्पताल के दो चिकित्सकों पर पश्चिम बंगाल मेडिकल काउंसिलकी गाज गिरी है. काउंसिल ने एक चिकित्सक को एक साल तथा दूसरे को छह तक प्रैक्टिस नहीं करने की सजा सुनायी है. मेडिकल काउंसिल ने चिकित्सकीय लापरवाही के मामले में सुनवाई करते हुए गुरुवार को सजा की घोषणा की. […]
कोलकाता : इएम बाइपास स्थित एक प्रतिष्ठित अस्पताल के दो चिकित्सकों पर पश्चिम बंगाल मेडिकल काउंसिलकी गाज गिरी है. काउंसिल ने एक चिकित्सक को एक साल तथा दूसरे को छह तक प्रैक्टिस नहीं करने की सजा सुनायी है.
मेडिकल काउंसिल ने चिकित्सकीय लापरवाही के मामले में सुनवाई करते हुए गुरुवार को सजा की घोषणा की. दोषी चिकित्सकों के नाम डॉ ऊषा गोयनका और डॉ श्यामल सरकार है. डॉ गोयनका एक वर्ष तक और डॉ सरकार छह माह प्रैक्टिस नहीं कर सकेंगे.
उधर, अस्पताल प्रबंधन ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है : मेडिकल काउंसिल के निर्देश की कॉपी अब तक हमें नहीं मिली है. इसके मिलने के बाद ही हम इस विषय पर अपनी प्रतिक्रिया देंगे. गौरतलब है कि गत वर्ष 24 फरवरी को सड़क हादसे में संजय राय नाम का एक व्यक्ति बुरी तरह से घायल हो गया था.
उसे इलाज के लिए उक्त अस्पताल में दाखिल कराया गया. इलाज खर्च वहन ना कर पाने की स्थिति में मरीज की पत्नी उसे अस्पताल से छुट्टी करवा कर एसएसकेएम (पीजी) में भर्ती करवाना चाह रही थी.
मरीज को अस्पताल से छोड़ने से पहले परिवार को इलाज पर आनेवाले खर्च का भुगतान करने को कहा गया. बकाया राशि को अदा नहीं करने पर परिजनों से उनके फिक्स्ड डिपॉजिट के कागजात देने को कहा गया.
आरोप है कि इस मरीज को अस्पताल से छोड़ने के दौरान उसकी चिकित्सा को बंद रख दिया गया था. किसी तरह से मरीज को पीजी में स्थानांतरित किया गया. परिजनों का आरोप है कि देर से मरीज को स्थानांतरित किये जाने के कारण संजय की हालत बिगड़ी, जिससे उसकी मौत हुई. इसी मामले में सरकार के दबाव के कारण अस्पताल के सीइओ रुपाली बोस ने प्रबंधन को अपना इस्तीफा भी सौंप दिया था.