पांच करोड़ से अधिक मतदाता करेंगे मतदान
कोलकाता : राज्य चुनाव आयोग ने पंचायत चुनाव की घोषणा कर दी है. आयोग के आयुक्त अमरेंद्र कुमार सिंह ने शनिवार को बताया कि तीन चरणों में आगामी एक, तीन व पांच मई को पंचायत चुनाव होंगे. कालिम्पोंग और दार्जिलिंग को छोड़कर राज्य के 20 जिलों में चुनाव होंगे. मतगणना आठ मई को होगी. इस घोषणा के साथ ही चुनाव आचार संहिता लागू हो गयी है. दो अप्रैल को राज्य चुनाव आयोग की ओर से पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी की जायेगी.
राज्य सरकार ने शनिवार को ही अधिसूचना जारी की. नामांकन आमंत्रित करने के लिए अधिसूचना दो अप्रैल को जारी जायेगी. नामांकन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि नौ अप्रैल होगी. नामांकन पत्रों की जांच 11 अप्रैल को होगी. 16 अप्रैल तक नाम वापस लिए जा सकते हैं. आचार संहिता लागू होने से पंचायत इलाकों में नयी योजना घोषित नहीं की जा सकती. न ही उद्घाटन कार्यक्रम हो सकता है. पुरानी योजनाएं जारी रहेंगी. कोई भी मंत्री या समान स्तर का अधिकारी पायलट कार का इस्तेमाल नहीं कर सकता. लेकिन यदि मंत्री या अधिकारी पर कोई खतरा है जिसकी पुष्टि समुचित एजेंसी ने की है तो पायलट कार का इस्तेमाल किया जा सकेगा. सरकार कोई नयी नियुक्ति नहीं कर सकती. हालांकि श्री सिंह ने यह बताने से इनकार कर दिया कि चुनाव में केंद्रीय बलों का उपयोग होगा या नहीं. उन्होंने कहा कि कई मुद्दों पर विचार करना अभी बाकी है.
मतगणना आठ मई को होगी, राज्य में आचार संहिता लागू
कब कहां चुनाव
एक मई : पहला चरण
जिले : नदिया, उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना, हावड़ा, हुगली, पूर्व बर्दवान, पश्चिम बर्दवान, पुरुलिया, बांकुड़ा, पश्चिम मेदिनीपुर, झाड़ग्राम, पूर्व मेदिनीपुर व पश्चिम मेदिनीपुर.
तीन मई : दूसरा चरण
जिले: मुर्शिदाबाद और वीरभूम
पांच मई : तीसरा चरण
जिले: कूचबिहार, अलीपुरदुआर, जलपाईगुड़ी, उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर और मालदा
आंकड़ों में
कुल मतदाता: 5.08 करोड़
पंचायत समिति में कुल सीट : 9217
जिला परिषद में कुल सीट : 825
मतदान के कुल परिसर: 43067
कुल पोलिंग स्टेशन : 58467
केंद्रीय बलों की तैनाती पर कुछ नहीं बोले राज्य के चुनाव आयुक्त अमरेंद्र कुमार सिंह
क्या कहना है विपक्ष का
गौरतलब है कि विपक्षी दलों ने चुनाव की घोषणा के बाद कम से कम 45 दिनों का वक्त तैयारियों के लिए मांगा था. लेकिन घोषणा के बाद करीब 30 दिनों का समय राजनीतिक दलों को मिल रहा है. भाजपा ने कहा है कि वह विचार कर रही है कि इस पर अदालत का दरवाजा खटखटाया जाये या नहीं. भाजपा की ओर से केंद्रीय बलों की निगरानी में चुनाव कराने की मांग की गयी है.
एक मई के मतदान में पुनर्मतदान होने की स्थिति में पुनर्मतदान- तीन मई को होगा
तीन मई के मतदान में पुनर्मतदान होने की स्थिति में पुनर्मतदान- पांच मई को होगा
पांच मई के मतदान में पुनर्मतदान होने की स्थिति में पुनर्मतदान – सात मई को होगा